भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जो अनाप-सनाप बयान दे रहें हैं, यदि उनमें थोड़ी भी समझ होती और ईमानदारी से कार्य करना चाहते तो आज पांच विभाग पर कुंडली मारकर नहीं बैठते। क्या राजद में और कोई सदस्य मंत्री बनने की योग्यता नहीं रखता।
श्री सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव को डबल इंजन की सरकार फेल कहने से पूर्व अपने चाचा नीतीश कुमार से यह सवाल करना चाहि, कि क्या वो फेल थें ? या फिर उनकी कुर्सी हथियाने का यह नया तरकीब अपना रहें हैं ?
श्री सिन्हा जी ने कहा कि तेजस्वी यादव सरकार में आते ही शिलान्यास, उद्घाटन बहाली करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दिये, बिहार की जनता को बतायें कि क्या ये प्रक्रिया उनकी सरकार की देन है या फिर पुराने डबल इंजन की सरकार की ही देन है। अपनी झुठी पीठ थपथपा कर जनता में भ्रम फैलाना बंद करे।
श्री सिन्हा ने सवालिया अदांज में पूछा कि तेजस्वी जी अपने मिशन-60 के बारे में बिहार की जनता को बतायें कि उस मिशन का क्या हुआ, क्या वो सिर्फ स्वास्थ्य की बजट में हिस्सा लेने का मिशन भर था।
श्री सिन्हा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री के पास यदि थोड़ी भी नैतिकता बची है तो केन्द्र सरकार को धन्यवाद देना चाहि, क्योकि स्वास्थ्य विभाग से चलाये जा रहे जितनी भी योजना है उसमें ज्यादातर योजना केन्द्र सरकार के ही सहयोग से संचालित हो रहा है।
श्री सिन्हा ने कहा कि जेपी ने तानाशाह एवं भ्रष्ट कांग्रेस के विरुद्ध जन आंदोलन किये थें और उसी आंदोलन से अपनी पहचान बनाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री उनके सिद्धांतो को तिलांजलि दे दिया है। बिहार की जनता जानना चाहती है कि कौन सी विवशता है कि ये लोग आज लगभग 50 वर्ष बीत जाने के बाद उसी कांग्रेस की गोद में जा बैठे हैं।