पटना, 22 सितंबर । बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि बिहार में आतंकवादियों के जयचंदों के कारण आतंकवादी संगठन फलफूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार का भाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश में आगमन हो गया और इतने बडे षडयंत्र का पर्दाफांश हो गया।
बिहार के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री सिन्हा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिहार में गुंडाराज स्थापित करने में आतंकवादी, अपराधी और भ्रष्टाचारियों का गठजोड महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने बडा आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे संगठनों को संरक्षित और सुरक्षित करने के कारण बिहार पहले अपराधग्रसित हुआ और अब आतंकवाद की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज बिहार का सुशासन गुंडाराज में तब्दील हो गया।
श्री सिन्हा ने कहा कि गौर करने वाली बात है कि सत्ता की शीर्ष पर बैठे लोग जो छोटी से छोटी बातों पर बयान देते हैं, लेकिन बिहार में पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशल डेमेक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के भंडाफोड होने पर अपनी जुबान तक नहीं खोल पा रहे हैं।
उन्होनंे कहा कि राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई के खिलाफ छापेमारी की गई थी, तब आपकी पटना पुलिस ने उसे सांस्कृतिक और सामाजिक संगठन बताने की कोशिश की थी। आतंकवादी पकड़े गए और जो खुलासा हुआ, उससे साफ हो गया है कि इनका मकसद भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना है।
भाजपा नेता ने हालांकि चुनौती देते हुए कहा कि जब तक नरेंद्र मोदी की सरकार है तब तक कोई भी आतंकी संगठन चंद जयचंदों की मदद से कभी अपने सपने को पूरा नहीं कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि आज स्थिति है कि देश में होने वाली अधिकांश आतंकवादी घटनाओं के तार बिहार से जुड़ते हैं, लेकिन अब तक इसकी जिम्मेदारी तय नहीं हुई कि इन जडों को मजबूत करने में किसका योगदान है। आखिर बिहार केा बदनाम और लज्जित करने के लिए कौन जिम्मेदार है, क्या जिम्मेदारी तय नहीं हेानी चाहिए।
उन्होंने सवालिया लहजे में आगे कहा कि जब तक आतंकवाद और अपराध की जडें संरक्षित होती रहेगी तो क्या निवेशक (इंवेस्टर) बिहार में लंबे अवधि तक आने की हिम्मत जुटा पाएंगे ं? इसका सीधा प्रभाव रोजगार और स्वरोजगार पडेगा जो युवाओं और बेरोजगारों को हताशा की ओर ले जाएगा।
भाजपा नेता ने कहा कि 2014 में गांधी मैदान में हुए श्रंखलावद्ध बम विस्फोट के बाद की घटना केा गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया।
उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की नीति तभी चलेगी जब राष्ट्र बचेगा। तुष्टिकरण के कारण भले ही चंद जयचंद आपके साथ खडे हो सकते हैं, लेकिन आने वाला समय इसका जवाब भी आप से मांगेगा।