उमाशंकर, गया।
पूर्व में चालक 20 रुपए 6 बजे सुबह से शाम 6 बजे तक (12 घंटे) के लिए एजेंटी दे रहे थे। वहीं 6 बजे शाम से सुबह के लिए 20 रुपए मिलाकर पूरे 24 घंटे का 40 रुपए प्रति ठेकेदार द्वारा वसूला जा रहा था। मामले में एक साल पूर्व हुए विवाद में ऑटो चालकों व स्टैंड संवेदक के बीच रेलवे व स्थानीय प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद ये निर्णय हुआ था। जबकि ऑटो चालक ज्यादा एजेंटी लगने के एवज में ऑटो का किराया अघोषित रुप से दो रुपए बढ़ाकर न्यूनतम किराया 7 रुपए किया था।
जंक्शन परिसर से बुधवार को ऑटो परिचालन ठप रहा। ऑटो चालक ठेकेदार द्वारा प्रति ट्रिप 10 रुपए एजेंटी वसूली का विरोध कर रहे थे। परिचालन ठप होने से ट्रेन से जंक्शन पहुंचने के बाद गंतव्य की ओर लौटने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऑटो चालकों ने बताया कि सुबह से ठेकेदार द्वारा अचानक नई दर 10 रुपए प्रति ट्रिप के हिसाब से एजेंटी मांगा जाने लगा। जिसपर चालकों ने असमर्थता जताई और पूर्व के भांति 20 रुपए 12 घंटे के हिसाब से एजेंटी देने पर सहमति जताई।