भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने अगुवानी घाट-सुल्तानगंज का निर्माणाधीन पुल गिरने पर नीतीश सरकार कटाक्ष करते हुए कहा कि नियत में खोट और भ्रष्टाचार की चोट के कारण जैसे बनने से पहले यह पुल बार-बार गिर रहा है वैसा ही हाल आपकी विपक्षी एकता का भी है।
श्री सिन्हा ने कहा कि 1711 करोड़ की लागत से बनने वाला यह पुल मुख्यमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है। हालांकि इस पुल निर्माण के लिए 08 डेट लाइन तय किया जा चूका है। इस पुल का शिलान्यास 2014 में और कार्यारंभ 2016 में ही हो गया था, उस समय महागठबंधन की सरकार ही थी और यह तो सर्वविदित है कि महागठबंधन की सरकार की योजनाओं में विकास का कार्य कितना और भ्रष्टाचार कितना होता है।
श्री सिन्हा ने कहा कि इससे पहले भी पुल का एक हिस्सा अप्रैल 2022 में धराशायी हुआ था, जिस पर एनडीए सरकार ने जांच भी बैठा दी थी लेकिन पुनः अगस्त 2022 में महागठबंधन चोर दरवाजे से सत्ता में आकर भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए इस जांच को ठंडे बस्ते में डाल दिया और अपनी हिस्सेदारी को भी पुनः बरकरार कर लिया। जिससे इस जांच का क्या हुआ जनता के समक्ष नहीं आ सका है।
श्री सिन्हा ने कहा कि यह पुल नहीं डूबा बल्कि जनता की आस डूब गई है, पुल नहीं डूबा लोगों का विश्वास डूब गया है, उस पार और इस पार के लोगों की उम्मीदें डूब गई है और नीतीश सरकार पर बचा खुचा भरोसा डूब गया है ।
श्री सिन्हा ने कहा कि यह नीतीश कुमार की सरकार के डूबने का संकेत है, भ्रष्टाचार का घड़ा भर चुका है जो नीतीश सरकार को ही डुबोएगा । श्री सिन्हा ने कहा कि नमक में आटा मिलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड नीतीश कुमार ने बना दिया है ।
जैसे जनता की उम्मीदों का पुल टूट रहा है क्योंकि नियत सही नहीं है। वैसे ही विपक्षी एकता का पुल भी ढह जायेगा भरभरा कर क्योंकि वहां भी नीतीश कुमार की नियत में खोंट है । कुर्सी के भूखे लोग जनता के नहीं हुए तो किसी अन्य दल के लिए अपनी लालसा क्यो छोड़ देंगे।