पटना। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि शिक्षक बहाली प्रक्रिया में राजद मॉडल को हीं बेहतर मानते हुए अब एनडीए भी उसी प्रक्रिया को अपनाने जा रही है। शिक्षक बहाली के लिए सरकार शिक्षक रिक्रूटमेंट बोर्ड बनाने जा रही है। राजद शासनकाल में भी पहले शिक्षक बहाली बोर्ड के द्वारा ही किया जाता था। रिक्तियों के विरूद्ध नियमित रूप से शिक्षकों की बहाली होती थी। सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई का स्तर बेहतर बनाने के लिए बाद में शिक्षकों की बहाली बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा की जाने लगी ।
एनडीए सरकार ने विद्यालयों के प्रधानाध्यापक की नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा कराने का निर्णय लेकर राजद मॉडल को हीं आंशिक रूप से स्वीकार किया है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को सबसे पहले अभी चल रही बहाली प्रक्रिया को अविलम्ब पूरा करना चाहिए जो वर्षों से भिन्न भिन्न कारणों का हवाला देकर अभी तक लटका हुआ है।
अभी चुनाव आयोग का हवाला देकर शिक्षक बहाली को लटकाना बिल्कुल अनुचित है । शिक्षक बहाली की प्रक्रिया चुनाव आचार संहिता लागू होने के पहले से चल रही है और न्यायालय के आदेश से हो रहा है। इस बहाली पर चुनाव आयोग के आचार संहिता का हवाला देने का मतलब है कि शिक्षक बहाली के लिए सरकार की मंशा ठीक नहीं लग रहा है।
श्वेता / पटना