बिहार में 94000 शिक्षक नियोजन में शामिल अभ्यर्थियों का दर्द बढ़ता ही जा रहा है। नियुक्ति की आस में बैठे लाखों अभ्यार्थी सरकार के गलत नीतियों के कारण बेबस और लाचार बैठे हैं। नियुक्ति को लेकर लगातार कई महीनों से अभ्यार्थी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी आवाज उठा रहे परंतु सरकार एवं सरकार के शिक्षा विभाग सुनने को तैयार नहीं। शिक्षक नियोजन में शामिल अभ्यार्थी मुकेश कुमार का कहना है की शिक्षक नियोजन नहीं होने से बिहार के लाखों अभ्यार्थी इस महामारी में आर्थिक और मानसिक रूप से दिन प्रतिदिन मानसिक पीड़ा का शिकार होते जा रहा है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षा विभाग, शिक्षक नियोजन में आए अरचनों को जल्द से जल्द दूर करें और शिक्षक नियोजन प्रक्रिया को जल्द संपन्न करें। इसको लेकर अब अभ्यार्थियों ने माननीय मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखना प्रारंभ कर दिया है। इन लोगों का मानना है कि माननीय मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस गंभीर मुद्दा से अवगत कराएंगे।