छपरा जिले के महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला तरैया विधानसभा क्षेत्र दिग्गजो की उपस्थिति से काफी रोचक क्षेत्र बनता जा रहा है। पूर्व विधायक अशोक सिंह की पत्नी चांदनी देवी ने भी तरैया से विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि, चांदनी बनियापुर से चुनाव लड़ सकती हैं पर उन्होंने आज तरैया से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।
मशरक से 1995 मे राजद विधायक रहे दिवंगत अशोक सिंह की पत्नी है। अशोक सिंह की हत्या के बाद मसरख विधानसभा चुनाव में राजद ने इन्हे अपना उम्मीदवार बनाया था पर इन्हें अपने ही भैसुर निर्दलीय प्रत्याशी तारकेश्वर सिंह के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
चांदनी देवी ने विधानसभा के इसुआपुर, तरैया एवं पानापुर प्रखंड के विभिन्न गांवों में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान बताया कि पानापुर की जनता ने जिस उत्साह से मेरे पति को विधायक बनाया था, वही उत्साह आज भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि मेरे पति ने विकास का जो सपना संजोया था एवं जनता ने जिस उम्मीद के साथ उन्हें भरपूर समर्थन दिया था, उसे भुलाया नही जा सकता। अपने पति के उस अधूरे सपनो को साकार करने के लिए ही मैं इस चुनावी दंगल में आयी हूँ। अगर जनता का आशीर्वाद मुझे मिला तो मैं उनके सपनो को जरूर साकार करुंगी।
बता दें कि चांदनी देवी के पति अशोक सिंह जनता दल से विधायक थे। उनकी 1995 में उनके ही घर पर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मशरक के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह और उनके भाई दीनानाथ सिंह सजायफ्ता हैं। हालांकि राजद से तालुक रखने वाले प्रभुनाथ सिंह के भतीजे सुधीर सिंह ने भी तरैया विधानसभा से निर्दलीय ताल ठोकने का ऐलान किया है। पिछले दिनों ही सुधीर सिंह ने भारी संख्या में समर्थकों के साथ विधानसभा क्षेत्र में जन सभा किया था जिसमें उनके समर्थकों ने चुनाव लड़ने के फैसले का स्वागत किया। ऐसे में तरैया विधानसभा लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
तरैया से राजद के विधायक मुद्रिका राय के भतीजे ने भी उनके खिलाफ बगावत कर दिया है। उनके भतीजे जय श्रीराम यादव पूर्व विधायक रामदास राय के पुत्र है। भाजपा से यहां पूर्व विधायक जनक सिंह दावेदार हैं पर जिला परिषद सदस्य प्रियंका सिंह भी ताल ठोक रही हैं। जदयू के तरफ से अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संतोष महतो व राज्य कार्यकारिणी परिषद के सदस्य शैलेंद्र प्रताप भी प्रबल दावेदार हैं
अनूप नारायण सिंह