पटना:- इस प्रदर्शनी में ग्राहकों को वेडिंग के लिए साड़ियों व ड्रेस के कई स्पेशल वेराइटीज मिल जाएंगे। प्रदर्शनी में 15 राज्यों की विशेष हैंडलूम साड़ियां ग्राहकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
इस प्रदर्शनी में देश के कोने-कोने से आए बुनकरों द्वारा सिल्क की बहुत सारी वैरायटियों का प्रदर्शन किया जा रहा है। मानस ने बताया कि 5 मार्च से 14 मार्च 2021 तक आयोजित यह प्रदर्शनी प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक ग्राहकों को अपनी सेवा देगी।त्योहारों के आगमन के साथ ही एक बार फिर वेडिंग सीजन की शुरुआत हो चुकी है। वेडिंग समारोह, पारिवारिक आयोजनों आदि विविध कार्यक्रमों के अनुकूल साड़ियों की व्यापक श्रृंखला एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सिल्क इंडिया आर्ट एंड क्राफ्ट द्वारा पटना के तारामंडल, प्लेनेटोरियम हॉल में सिल्क इंडिया प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
सिल्क इंडिया प्रदर्शनी में देश के विविध स्थानों की लोकप्रिय वैरायटी की मनमोहक साड़ियां एवं ड्रेस मटेरियल पेश किए गए हैं। तरह.तरह के डिजाइनर पेटर्न्स, कलर कॉन्बिनेशन में इन साड़ियों का व्यापक खजाना यहां उपलब्ध है। खादी सिल्क एवं कॉटन ड्रेस मटेरियल सम्मिलित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि खासकर वैवाहिक समारोह के आगामी सीजन को देखते हुए महिलाओं द्वारा बड़ी संख्या में यहां साड़ियों की खरीदारी की जा रही है। प्रदर्शनी में प्रवेश निशुल्क है। सभी डेबिट एवं क्रेडिट कार्ड के माध्यम से पेमेंट की सुविधा है।
देश भर में 100 श्रेष्ठ बुनकर सिल्क फैब में सिल्क एवं कार्टन साड़ियाए सूट्स, ब्लॉक प्रिंट, जार्जेट साड़ियों, डिजाइनर साड़ियों, बनारसी सिल्क साड़ियों, के व्यापक संग्रह के साथ उपस्थित हैं।
सिल्क इंडिया प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ से कोसा सिल्क, घीचा सिल्क साड़ी, मलबरी रॉ सिल्क, ब्लॉक प्रिंटेड सिल्क साड़ी, गुजरात से बांधनी, पटोला, एम्ब्रायडरी, गुजराती मिरर वर्क एवं डिजाइनर कुर्ती, जम्मू और कश्मीर से तबी सिल्क साड़ी, पशिमना शॉल, चिनान सिल्क साड़ी, जयपुरी कुती, ब्लॉक प्रिंट, सांगनेरी प्रिंट, कोटा डोरिया उत्तर प्रदेश से तंचोई बनारसी, जामदानी, जामावार ब्रोकेट ड्रेस मटेरियल, लखनवी चिकन, पश्चिम बंगाल से शांति निकेतन कांथा साड़ी, बालूचरी, निमजरी साड़ी, प्रिंटेड साड़ी, धाकई जामदानी, एवं महाराष्ट्र की लोकप्रिय जरी पैठणी साड़ियां प्रस्तुत की गई है।
सिल्क इंडिया आर्ट एंड क्राफ्ट के प्रबंध निदेशक मानस आचार्य ने कहा कि हमारी संस्था सिल्क बुनाई कला को जीवित रखने के लिए पिछले कई सालों से निरंतर काम कर रही है। इस प्रदर्शनी में देश के कोने-कोने से आए बुनकरों द्वारा सिल्क की बहुत सारी वैरायटियों का प्रदर्शन किया जा रहा है।