पटना। विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद डॉ रामचंद्र पूर्वे, प्रेमचंद्र मिश्र व केदारनाथ पांडेय के अनुरोध पर राजद के सुनील कुमार सिंह के निलंबन को लेकर एक दिन पूर्व दिए गए नियमन व आचरण समिति में पूरे मामले को भेजे जाने को समेकित रूप से वापस लेने की बात कही।
सभापति श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सदैव मर्यादा का पालन करने वाले रहे हैं। वे सदन के नेता है बिहार के नेता हैं उन्होंने कभी मर्यादा को भंग करने वाला कार्य नही किया है। बिहार के बाहर भी उनका सम्मान है। ऐसी बातें सदन में न हो जिससे मर्यादा भंग हो। इसके पूर्व राजद के रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि हमलोग मर्माहत हैं कभी कभी सदस्य द्वारा प्रतिकूल आचरण हो जाता है इसपर आसन का आक्रोशित हो जाना जायज है।
कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि कभी कभी गलतियां हम करते हैं गलतियां हुई भी हैं यह सत्र आपके निर्देश पर अबतक शांतिपूर्वक चला है। श्री मिश्रा ने आश्वस्त किया कि ऐसा आचरण अब नहीं होगा। भाकपा के केदारनाथ पांडेय ने कहा कि हमलोग लोकतंत्र के मंदिर में हैं लोकतंत्र की गरिमा है।
सदन के सदस्यों के लिए आचार नियमावली बनी है। सभी ने सभापति से वे पूरे मामले पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने और नियमन वापस लेने का अनुरोध किया। वहीं जदयू के नीरज कुमार ने निलंबित सदस्य द्वारा सदन में माफी मांगने के बाद ही उचित निर्णय लेने का अनुरोध किया गया। ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने लोकतंत्र को बुजुर्गो की शहादत से प्राप्त होने की बात कही और डॉ पूर्वे की भाषा पर आपत्ति जतायी। इस पर डॉ पूर्वे ने पुन: कहा कि हमने विनम्रता के साथ अनुरोध किया है। हम मर्सी कीअपील करते हैं।