पटना। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बिहार सरकार में शामिल आरोपित मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग करने वाले भाजपा नेता सुशील मोदी से कहा है कि यदि उनमें थोड़ी भी नैतिकता बची हुई हो तो पहले वे प्रधानमंत्री से कह कर केन्द्र सरकार में शामिल आरोपित मंत्रियों को बर्खास्त करवाएं।
उसके बाद ही उनके लिए बिहार सरकार में शामिल मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग करने का नैतिक अधिकार होगा। एडीआर के अनुसार केन्द्रीय मंत्रिमंडल के 33 मंत्री अपराधिक मामलों के आरोपित हैं। 24 मंत्री तो ऐसे गंभीर धाराओं में आरोपित हैं जिसमें उन्हें दस वर्षों से लेकर आजीवन कारावास का प्रावधान है। जिसमें बिहार के भी कई मंत्री शामिल हैं। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री निशित प्रमाणिक पर 21 गंभीर धाराओं वाले 11 मामले, केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी पर हत्या का प्रयास करने सम्बन्धी 5 मामले, केन्द्रीय मंत्री जॉन वरला पर 24 गंभीर धाराओं वाले 9 मामले के अलावा 38 अन्य मामले दर्ज हैं।
इसी प्रकार विदेश राज्य मंत्री मुरली धरन कई संगीन मामले में आरोपित हैं। भाजपा शासित राज्य सरकारों में संज्ञेय अपराधिक मामलों के आरोपित मंत्रियों का यदि उल्लेख किया जाय तो उनकी संख्या 31 प्रतिशत से ज्यादा है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि सुशील मोदी या तो मेंटल डायरिया के शिकार हैं या भाजपा नेतृत्व द्वारा हो रही उपेक्षा से उनका मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है। बेरोजगारी का दंश झेल रहे सुशील मोदी मीडिया में बने रहने के लिए एक हीं घिसा पीटा रेकॉर्ड को वे बार.बार बजाने लगते हैं। आज भाजपा के राजनीति में जिस प्रकार वे हाशिए पर चले गए हैं इसके लिए वे खुद जिम्मेदार हैं।
इतने दिनों तक उपमुख्यमंत्री रहने के बावजूद वे अपनी जमीन तैयार करने में नाकामयाब रहे और केवल लालू परिवार के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी में हीं उलझे रहे। स्थिति यह है कि वे आज एक वार्ड मेम्बर का चुनाव भी अपने बुते नहीं जीत सकते। आज उनकी भूमिका सिनेमा के विलेन जैसी हो गई है। जिसके पर्दे पर आने पर तो खूब तालियां बजती है पर बाद में वह दर्शकों की केवल गालियां सुनता है।