अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के फैन्स उनकी मौत से दुखी तो हैं हीं, पर जब उन्हें परत दर परत सच्चाई सामने आ रही है और उनकी मौत की सुई आत्म हत्या से हत्या की तरफ घूम रही है, वैसे में उनके फैन्स का गुस्सा और उबाल पर आ रहा है.
पटना में सुशांत के मोहल्ले राजीव नगर में रहने वाले बिहार पुलिस में कार्यरत और अभिनेता प्रदीप कुमार पहले से ही अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु से आहत थे, और जब ये सच दुनिया के सामने आई की सुशांत सिंह की मौत नहीं हत्या हुई हैं तो काफी दुःखी हुए. उनका दुखी होना भी लाजमी है क्योंकि वे सुशांत के मोहल्ले में तो रहते हीं हैं साथ हीं उनके फैन भी हैं.
प्रदीप कुमार ने अपनी पढाई पटना के राजीव नगर में ही रहकर पूरा किया है, जहाँ दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह का भी घर है. जाहिर सी बात है के एक मोहल्ला और एक ही प्रोफेशन में होने के कारण सुशांत के फैन थे. प्रदीप की नाराजगी उस समय और उबाल मारने लगी जब आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी जो जांच के लिए मुंबई गये तो उन्हे कोरोंटाईन कर लिया गया. प्रदीप कुमार ने बताया की इस बात का बहुत दुःख हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर हमारे आईपीएस ऑफिसर को कोरोंटाईन नहीं किया जाता तो आज अपराधी बेनकाब होते और अंदर होते. उनका कहना है कि उन्हें कोरोंटाईन नहीं किया जाँच को कोरोंटाईन किया हैं.
अभिनेता सह पुलिसकर्मी प्रदीप का मानना है कि महाराष्ट्र सरकार के दबाव में मुंबई पुलिस और बीएमसी का अपराधियों को बचाने का नाकाम प्रयास हैं. अपराधी जल्द बेनकाब होंगे क्योंकि सच अब सारी दुनिया को पता चल चूका है.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार धृतराष्ट्र हो चुकी हैं और हमारे पुलिस डिपार्टमेंट के डीजीपी के बारे में अनर्गल बयान देती हैं. हमारे पुलिस के मुखिया और सरकार इस केस में इंसाफ दिलाने के लिए प्रयासरत है. क्या किसी को इन्साफ दिलाना गलत है ? हमारी सरकार और हमारे पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे जी के साथ पूरा बिहार और देश की जनता हैं.
प्रदीप कहते हैं कि “एक अभिनेता एक इंसान एक सच्चा पुलिस बाला होने के नाते ईश्वर से यही प्रार्थना हैं के भाई सुशांत सिंह राजपुत को इन्साफ मिले और मिलेगा, जब सीबीआई की जांच होगी, तब देखिएगा कुछ नेताओ का राजीनीतिक जीवन समाप्त हो जाएगी. अब तक मुझे ये समझ में नहीं आया के उद्धव ठाकरे रिया चक्रवर्ती के प्रवक्ता हैं या रिया उद्धव के.”