सुरों की महफिल में सजी ‘एक शाम कव्वाली के नाम’, ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस ने आयोजित किया कार्यक्रम

पटना, 14 मई। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) कला संस्कृति प्रकोष्ठ के सौजन्य से ईद के पावन अवसर पर ऑनलाइन संगीतमय कार्यक्रम ‘एक शाम कव्वाली के नाम ’का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति से लोगों का दिल जीत लिया।

कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष देव कुमार लाल ने बताया कि ‘एक शाम कव्वाली के नाम ’ कार्यक्रम में वारसी बंधु ग्रुप जयपुर के प्रतिष्ठित कलाकारों सरदार अली वारसी और शाहिद अली ने शानदार प्रस्तुति से दर्शकों और श्रोताओं का दिल जीत लिया। इस कार्यक्रम में फनकारों ने ना तो

कारंवा की तलाश है, ये इश्क इश्क है, निंगाहे मिलाने को जी चाहता है ,परदा है परदा, भर दे झोली , ऐ मेरी जोहरा जबीं , यारी है इमान मेरा, और

आफरीन-आफरीन जैसे कई सुपरहिट नगमों के जरिये लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।उन्होंने कहा कि ईद का पर्व हम सभी को ईश्वर में असीम आस्था, विश्वास एवं त्याग एवं बलिदान की प्रेरणा देता है। हमारी अल्ला व ईश्वर से कामना है कि यह पर्व हम सभी के जीवन में अमन-शांति एवं खुशहाली लाये।

जीकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने लोगों को ईद की बधाई और शुभकामना देते हुये कहा कि ईद का त्यौहार सभी को मिल-जुल कर रहने तथा सामाजिक सदभाव बनाए रखने की प्रेरणा देता है। यह त्‍योहार आपसी भाईचारे और त्‍याग की भावना का प्रतीक है।ईद का त्योहार सभी को स्वस्थ और खुशहाल रखे।

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