बिहार पत्रिका से पारस नाथ की खास रिपोर्ट
छपरा जिले के डुमरी गांव निवासी सुनील कुमार सिंह अपने उत्कृष्ट कार्यो के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं बिस्कोमान के अध्यक्ष है .इन दिनों प्याज के नायक के रूप में बिहार ही नहीं पूरे देश भर में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
सुनील कुमार सिंह लाइमलाइट से थोड़ा दूर रहते है. जब पूरे देश में खासकर बिहार जैसे गरीब प्रांत में प् प्याज सौ रुपए किलो बिक रहा है और सरकार महंगाई पर रोक लगाने में पूरी तरह विफल हो गई है ऐसी परिस्थितियों में नेफेड और बिस्कोमान के सौजन्य से ₹35 किलो की दर से प्याज बिहार के गांव-गांव में पहुंचाने के लिए कृतसंकल्प है बिहार के 38 जिले में प्याज की बिक्री प्रारंभ कर दी गई है।
ऐसे तो प्रति व्यक्ति 2 किलो ही प्याज मिल रहा है जिनके घर शादी है उन्हें शादी का कार्ड दिखाने पर 15 किलो प्याज दिया जा रहा है सुनील कुमार सिंह के लालू परिवार से काफी प्रगाढ़ और परिवारिक रिश्ते हैं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी इसे अपना मुंह बोला भाई मानती हैं और अपने भाई की तरह राखी बाँधती है. यह उनका परिवारिक मसला है पर यह मसला बिहार के सत्तासीनों के आंखों में चुभता है सुनील कुमार सिंह के द्वारा किए जा रहे कार्यों को बढ़ाने की जगह पर कई जगह विराम लगाने की शासन की तरफ से तैयारी कर दी गई है. गांधी मैदान बिस्कोमान भवन के नीचे जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद प्याज की बिक्री रोक दी गई है पर सुनील कुमार सिंह रुकने वाले नही है प्याज के आंसू पोछने के साथ ही साथ अब सस्ती दाल की तैयारी में लगे हुए है .बिहार की जागरूक जनता है सोशल मीडिया का युग है बात घर घर तक पहुंच गई है कि बिस्कोमान अध्यक्ष सुनील कुमार से प्याज के आंसू पोछ रहे हैं .