बिहार पत्रिका / पारस नाथ पटना
• मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में आएगी कमी
• मातृ मृत्यु की खबर देने वाले को मिलेगी 1000 रूपये की प्रोत्साहन राशि
• स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही की 104 टोल फ्री नंबर पर करें शिकायत
• प्रसव के दौरान एवं बाद में होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का निःशुल्क उपचार
मुजफ्फरपुर/ 10 जनवरी: निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के आभाव में कई बार माताओं एवं शिशुओं को अपनी जान गंवानी पड़ती है. अब निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच प्रत्येक माता एवं शिशु तक होगी. जिससे उन्हें अपनी जान नहीं गंवानी पड़ेगी. इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने ‘सुमन’ यानी सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम की शुरुआत की है. यह कार्यक्रम मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर रोकथाम करने में मील का पत्थर साबित होगा. इसके अंतर्गत गर्भवती महिलाएं, प्रसव के 6 माह बाद तक की महिलाएं एवं बीमार नवजातों को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करायी जाएगी.
विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की मिलेगी गारंटी:
स्टेट रिसोर्स यूनिट के मातृ स्वास्थ्य टीम लीड प्रमोद कुमार ने बताया मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार द्वारा कई कार्यक्रम चलाए जा रहे है. लेकिन जागरूकता के आभाव में कई बार समुदाय के लोग इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सुमन कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाएं, प्रसव के बाद 6 माह तक महिलाएं एवं बीमार नवजातों को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की गारंटी देना है. इससे लाभार्थी को वर्तमान में उनके लिए चलाए जाने वाले कार्यक्रमों का शत-प्रतिशत लाभ तो मिलेगा. साथ ही उन्हें स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध किसी भी सेवा में लापरवाही पर जीरो टॉलरेंस की भी गारंटी मिलेगी.
मातृ मृत्यु की खबर देने वाले को 1000 रूपये की प्रोत्साहन राशि:
सुमन कार्यक्रम के तहत शत-प्रतिशत मातृ मृत्यु दर की रिपोर्टिंग का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए किसी भी व्यक्ति द्वारा समुदाय में होने वाली मातृ मृत्यु की ख़बर देने पर उन्हें 1000 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
104 टोल फ्री नम्बर पर होगी शिकायत दर्ज:
कार्यक्रम के तहत किसी भी स्वास्थ्य सेवा में लापरवाही पर जीरो टॉलरेंस का प्रावधान किया गया है. इसके संबंध में कोई भी व्यक्ति 104 टोल फ्री नम्बर पर फोन कर शिकायत दर्ज कर सकते हैं.
इन सेवाओं की होगी गारंटी:
• किसी भी लापरवाही के लिए जीरो टॉलरेंस
• मौजूदा स्वास्थ्य कार्यक्रम जैसे जेएसएसके, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना एवं लक्ष्य कार्यक्रमों के तहत लाभ
• महिलाओं की स्वायत्तता, सम्मान, भावनाओं और विकल्पों का सम्मान
• 100% मातृ मृत्यु रिपोर्टिंग और समीक्षा
• शिकायत निवारण तंत्र
• सामुदायिक स्तर की मातृ मृत्यु रिपोर्टिंग
इन सेवाओं का शत-प्रतिशत मिलेगा आश्वासन:
• 4 प्रसव पूर्व जाँच एवं 6 गृह आधारित नवजात देखभाल विजिट
• सुरक्षित मातृत्व पुस्तिका और मातृ एवं शिशु सुरक्षा कार्ड
• प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा प्रसव
• मातृ जटिलताओं की पहचान और प्रबंधन के लिए शून्य व्यय
• एक घंटे के भीतर स्तनपान शुरुआत करने में सहयोग
• गोपनीयता और सम्मान के साथ सम्मानजनक देखभाल
• विभिन्न योजनाओं के तहत सशर्त नकद हस्तांतरण
• प्रसव के बाद परिवार नियोजन पर परामर्श
• टीकाकरण का जीरो डोज
रेफरल सुविधाएँ होंगी सशक्त:
कार्यक्रम के तहत निःशुल्क रेफरल सुविधाओं को और मजबूत किया जाएगा. इसके लिए किसी भी महत्वपूर्ण मामले की आपात स्थिति के एक घंटे के भीतर स्वास्थ्य सुविधा तक पहुंचने की गुंजाइश के साथ रेफरल सेवाओं का आश्वासन दिया जाएगा. जिसमें लाभार्थी को घर से अस्पताल तक पहुँचने के लिए निःशुल्क एम्बुलेंस(102/108) की सुविधा होगी. योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में जटिलताओं के मामले एवं सिजेरियन प्रसव पर निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी.
कार्यक्रम के दूरगामी लाभ:
• मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी
• गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदायगी में तेजी
• मौजूदा स्वास्थ्य कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन
• सेवा प्रदायगी में लापरवाही पर जीरो टोलेरेंस