आज दिनांक 21/08/2020 को बिहार स्टेट अभ्यर्थियों ने BSEB मुख्यद्वार पर धरना किया, बिहार स्टेट परीक्षा को कैंसिल करने के खिलाफ छात्र आक्रोशित थे, बोर्ड के दोबारा परीक्षा कराने के निर्णय के खिलाफ एवं रिजल्ट प्रकाशित करने की मांग को लेकर तथा बेल्ट्रान द्वारा स्टेट परीक्षा कराने के निर्णय के खिलाफ छात्र आक्रोशित होकर बिहार बोर्ड के मुख्यद्वार पर ही धरने पर बैठ गए। आंदोलन में उपस्थित स्टेट अभ्यर्थी विकास पटेल ने सरकार को छात्र विरोधी बताते हुए कहा कि बेल्ट्रान जिसकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा हो वो यदि बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति करेगा तो बिहार के शिक्षा गर्त में चला जायेगा। उन्होंने बेल्ट्रान जैसी फ्रॉड संस्था को बंद करने का भी मांग किया।
आंदोलन में उपस्थित आलोक यादव ने कहा कि लगभग 2 लाख 60 हजार अभ्यर्थी स्टेट परीक्षा रद्द होने से प्रभावित हुए हैं, जब परीक्षा के तुरंत बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनद किशोर जी ने कदाचारमुक्त परीक्षा होने की बात कह ही दी थी, तो क्या कारण था कि परीक्षा रद्द हुआ, यदि कही पेपर लीक की समस्या आयी और परीक्षा रद्द हुआ तो किसी भी पदाधिकारी के खिलाफ कोई करवाई क्यो नही किया गया। बिहार स्टेट का पुनः परीक्षा बेल्ट्रान द्वारा कराने का पुरजोर विरोध होगा
परीक्षा का बहिष्कार होगा। बिहार स्टेट अभ्यर्थियों द्वारा हो रहे आंदोलन को जन अधिकार छात्र परिषद ने भी समर्थन किया। प्रदेश अध्यक्ष विशाल कुमार ने छात्रों की मांग के करते हुए अविलंब मांगे पूरी करने को कहा। बिहार बोर्ड के पदाधिकारियों ने कल 12 बजे आंदोलनकारियों से बात करने को बुलाया है। आंदोलन के दौरान रिन्कु कुमारी, संजय सिंह, कुमारी चंदन, सावन कुमार, रवि कुमार, वन्दना कुमारी, गौतम कुमार आदि छात्र उपस्थित रहे।