श्रीसंत पर लगा बैन खत्म, टीम में वापसी को बेकरार ‘केरल एक्सप्रेस’

भारतीय टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को लंबा बैन झेलना पड़ा है. साल 2013 में बीसीसीआइ ने आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था, जिसे बात में सात साल कर दिया गया. लेकिन उन्होंने इस फैसले के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी. श्रीसंत का ये बैन अब समाप्त हो गया है.

सैंतीस साल के श्रीसंत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि प्रतिबंध खत्म होने पर उनका कम से कम घरेलू केरियर को दोबारा शुरू करने का इरादा है और उनके घरेलू राज्य केरल ने वादा किया है कि अगर यह तेज गेंदबाज अपनी फिटनेस साबित कर दे तो वे उसके नाम पर विचार करेंगे. केरल की रणजी टीम के कोच टीनू योहानन ने एक क्रिकेट वेबसाइट से बात करते हुए कहा है, “श्रीसंत ने कड़ी मेहनत करके और खुद को फिट रखते हुए फिर से खेलने की इच्छा जाहिर की है। हम उनके साथ संपर्क में हैं. हम उनके नाम पर विचार करेंगे, लेकिन यह उनके फॉर्म और फिटनेस पर निर्भर करेगा. उनके लिए क्रिकेट के दरवाजे खुले हैं.”

बीसीसीआइ ने साल 2013 में आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, साल 2015 में दिल्ली की एक विशेष अदालत ने उन पर लगे सभी आरोपों से उन्हें बरी कर दिया था. वहीं, बीसीसीआइ के लोकपाल ने उनकी आजीवन सजा को कम करके सात साल कर दिया था, जो अब समाप्त हो गई.

वहीं, श्रीसंत ने अपने ट्विटर पर लिखा “मैं हर तरह के आरोपों से और अन्य चीजों से अब आजाद हूं और जिस खेल को सबसे ज्यादा पसंद करता हूं उसके लिए तैयार हूं. जितनी भी गेंद मैं डालूंगा, हर किसी में अपनी पूरी जान लगा दूंगा, फिर चाहे वो अभ्याय में ही क्यों न हो. मेरे पास अधिकतम पांच से सात साल का समय बचा है और मैं जिस भी टीम की ओर से खेलूंगा उसके लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा.’’

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