●”सर्जिकल स्ट्राइक- जगाये देशभक्ति की भावना” ब्रांड नेम सेना,अर्धसैनिक बल और पुलिस को समर्पित: विशाल दफ्तुआर
●पुलवामा शहादत की तीसरी बरसी पर ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला ने की इसकी घोषणा
●पुलवामा हमला के तुरंत बाद जून,2019 में एचआरयूएफ की स्थापना की गई थी
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता और ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला फाउंडेशन-एचआरयूएफ के चेयरमैन विशाल रंजन दफ्तुआर ने पुलवामा शहादत की तीसरी बरसी पर “सर्जिकल स्ट्राइक-जगाये देशभक्ति की भावना” ब्रांड नेम को सेना, अर्द्धसैनिक बल और पुलिस बल को समर्पित किया।
उन्होंने बताया कि इस ब्रांड नेम से होनेवाली किसी भी तरह की आय का एक बड़ा हिस्सा सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस के वैसे परिवारों की भलाई और मदद के कार्यों में लगाया जायेगा जिनके पारिवारिक सदस्यों ने ड्यूटी के दौरान अपने प्राण देश हित-समाज हित में न्योछावर किया है।
ऐसे परिवारों के सदस्यों के हुनर को भी ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला फाउंडेशन एक प्लैटफॉर्म देगा और उनके हुनर की प्रदर्शन से हुई आय को उन्हें समर्पित कर देगा।
मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर ने बताया कि वे लगभग 30 सालों से लोगों की भलाई के काम में लगे हैं। 2018 में मध्यप्रदेश के मुरैना के एक सीआरपीएफ जवान मनोज सिंह तोमर के पेट का आपरेशन सिर्फ़ चार दिनों में एम्स,नई दिल्ली में करवा दिया था जिसके पेट की आधी आँत नक्सल हमले में सात गोलियां लगने के बाद पेट से बाहर निकल गई थी।
2019 में मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी की प्रेरणा से स्थापित ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला फाउंडेशन-एचआरयूएफ के गठन के पीछे इन्हीं महत्वपूर्ण उद्देश्यों की पूर्ति का लक्ष्य रखा गया था।
“सर्जिकल स्ट्राइक-जगाये देशभक्ति की भावना” ब्रांड नेम की शुरुआत के पीछे देश की सेना, अर्द्धसैनिक बल और पुलिस बल से जुड़े लोगों की मदद करने का भी एक लक्ष्य निर्धारित किया गया था।पुलवामा हमला के तुरंत बाद जून,2019 में एचआरयूएफ की स्थापना की गई था।