महान गणितज्ञ पद्मश्री स्वर्गीय डॉक्टर वशिष्ठ नारायण सिंह के द्वारा स्थापित शुक्रिया वशिष्ठ संस्थान ने पूरे किए एक वर्ष

विश्व प्रसिद्ध महान गणितज्ञ पद्मश्री स्वर्गीय डॉक्टर वशिष्ठ नारायण सिंह के द्वारा 1 वर्ष पूर्व प्रारंभ किए गए संस्थान शुक्रिया वशिष्ठ ने आज अपना पहला वर्षगांठ मनाया. पटना के अभियंता नगर आशियाना नगर अवस्थित शुक्रिया वशिष्ट के कार्यालय में इस अवसर पर सर्वप्रथम डॉक्टर वशिष्ठ नारायण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण किया गया. इससे पहले वहा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडोत्तोलन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है, जहां संस्थान के प्रमुख भूषण कुमार सिंह बबलू ने झंडोत्तोलन किया. इस अवसर पर संस्थान के मुकेश कुमार सिंह, अनूप नारायण सिंह, धीरज कुमार सिंह, विश्व सनातन संसद के डॉ विजय राज सिंह, भाजपा नेता शैलेश कुमार सिंह, राजपूत करणी सेना बिहार के प्रदेश अध्यक्ष सुनिल कुमार सिंह, ओम कुमार सिंह, दीपक कुमार सिंह व समाजसेवी विकास चंद्र गुडु बाबा, ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश कुमार झा शास्त्री ,रोहित कुमार, विनोद कुमार, अभिषेक कुमार समेत कई गणमान्य जन उपस्थित थे.

सर्व विदित हो कि 15 अगस्त 2019 को महान गणितज्ञ डॉक्टर वशिष्ठ नारायण सिंह के कर कमलों के द्वारा पटना के आशियाना नगर में इस संस्थान की नींव रखी गई थी. जिसमें बिहार के 40 निर्धन सह मेधावी छात्रों को निशुल्क आवासीय सुविधा, भोजन की सुविधा के साथ मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग कराने की योजना है. इस संस्थान के द्वारा पूरे बिहार से 40 ऐसे बच्चों की तलाश की गई है जो यहां रह कर मेडिकल व इंजीनियरिंग की तैयारी करेंगे. संस्थान के प्रमुख भूषण कुमार सिंह बबलू ने बताया कि वशिष्ठ बाबू के सपने को जीवंत रखने के लिए वे लोग संकल्पित हैं. बिना किसी सरकारी या गैर सरकारी सहायता के एक साल से संस्थान चल रहा है.

वशिष्ठ बाबू के भतीजे व संस्थान के निदेशक मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि यह नेक ईमानदार कोशिश है , कि बिहार के किसी भी प्रतिभा संपन्न बच्चे को अर्थाभाव के कारण कुंठित नहीं होना पड़े. पूरी टीम इस प्रयास में लगी हुई है साधन संपन्न लोगों से गुरु दक्षिणा योजना के तहत एक- एक बच्चे को गोद लेने की भी अपील की गई है. बिहार के चर्चित आईपीएस विकास वैभव व पूर्व डीजीपी बिहार अभयानंद ने संस्थान में आकर छात्रों को पढ़ाने का वादा भी किया है. संस्थान के मीडिया विभाग के प्रमुख अनूप नारायण सिंह ने बताया कि वशिष्ठ नारायण सिंह चाहते थे कि वे संस्थान में बिहार के छात्रों को पढ़ाये पर उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका. उनके द्वारा स्थापित संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए टीम पूरा प्रयास करेगी जिसमें समाज के सभी तबकों का सहयोग भी अपेक्षित है.

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