पटना, 20 मार्च जाने-माने अभिनेता विक्रांत चौहान की शॉर्ट फिल्म चंडिका रिलीज हो गई है ।
इस दुनिया में जो भी गंदी नजर हैं महिलाएं के लिए वो हमेंशा उनपर रहती हैं। भले चाहें वो कोई देवी सी सूरत लिए साधारण महिला या स्वयं देवी ही क्यूँ न हो।
चंडिका कहानी है दुर्गा पूजा में माता का रूप बनी दो लड़कियाँ नम्रता और आरती की। जिनपर बुरी नजर शुरू से ही तीन लड़को फैज़ल, विजय, और सौरभ की होती है। सौरभ शुरू में ही आरती को घूर रहा होता है लेकिन आरती डर जाती है और वो अपनी दोस्त नम्रता को बताती है। नम्रता जहाँ निडर, मुसीबतों से लड़ने वाली लड़की है वहीं आरती ख़ुद के भी हक़ के लिए बोल तक नहीं पाती है। जिसका परिणाम होता है कि आरती दरिंदगी का शिकार हो जाती है, लेकिन नम्रता जो अपने लिए लड़ना जानती है वो लड़की दरिंदे को मौत के घाट उतार देती है। सबसे ज़रूरी बात ये है कि जिनकी सोच गंदी है वो किसी मजहब के नहीं होते।
फ़िल्म के अभिनेता विक्रांत चौहान ने बताया कि साल २०२० के दशहरे में लगातार शूटिंग कर के बहुत ही कम रेसोर्सेस में शॉर्टफिल्म “चंडिका” की शूटिंग बेगूसराय के असल दशहरा के मेले और पंडाल में की गयी थी। जिसमें कि काफी मुश्किलें आईं। पर निर्देशक के तौर पे प्रशांत ने प्रभावित किया है। उम्मीद है, जल्द ही साथ में दूसरा काम भी करेंगे। जो कि फीचर फिल्म होगी।
फ़िल्म बारे में बात करतें हुए फ़िल्म के निर्देशक प्रशांत मिश्रा ने कहा कि इस फ़िल्म को बनाना सामाजिक स्त्री के लिए मुझे ज़रूरी लगा। फ़िल्म को ऑथेंटिक रखने के लिए नवरात्री के दिन ही इसे शूट करना था। ताकि कुछ भी बनावटी न लगे। फ़िल्म बनाते समय लिमिटेशन भी बहुत ज्यादा थी, कम बजट होने के कारन फ़िल्म को एक ही दिन में शूट करना था सो 16 घंटे तक लगातार पूरी टीम लगी रहीं और मेहनत के दम पर शूट भी कर लिया।
फिल्म की कहानी लिखी और प्रोड्यूस महाराष्ट्र के गौरव नाथ पद्माकर ने की है। को-प्रोड्यूस अमित सम्राट ने किया है। इस फ़िल्म की स्क्रीनिंग फर्स्ट टाइम फिल्ममेकर लिफ्टऑफ़ में हो चुकी है। साथ ही शॉर्टफिल्म ओ टी टी पॉड ओरिजिनल पे रिलीस हुई है। और अब ये फ़िल्म यूट्यूब चैनल बिहार बॉयोस्कोप पे उपलब्ध है।