आईएमएफ में भारत की हिस्सेदारी बढ़ी है। हालांकि आईएमएफ से उधार लेने की राजनीति हमेशा जटिल होती है लेकिन आज भारत इस स्थिति से भी बाहर आ चुका है। भारत ने आईएमएफ में मजबूती के साथ अपने पैर जमाए हैं। आज भारत अपनी अर्थव्यवस्था के बलबूते भरोसेमंद देशों में से एक बन गया है।
भारत के पास आईएमएफ में स्पेशल ड्राविंग राइट्स (एसडीआर) 13656.65 मिलियन हैं और कोटा (एसडीआर): 13114.4 मिलियन है। आईएमएफ भारत के लिए अब भी बहुत प्रासंगिक है। आईएमएफ अत्यधिक विश्वसनीयता वाला संस्थान है जिसकी आवाज दुनिया भर में सुनी जाती है और इस पर ध्यान दिया जाता है। आज भारत मध्यम तौर पर मुक्त अर्थव्यवस्था है। अगले 5 वर्षों में हमारी व्यवस्था और अधिक मुक्त होगी।
वहीं भारत की वित्तीय प्रणाली वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ काफी तेजी से एकीकृत हो रही है। भारत की आर्थिक संभावनाएं पहले से कहीं अधिक वैश्विक विकास और कल्याण पर निर्भर करती हैं।