दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव का 75 साल की उम्र में गुरुवार (12 जनवरी) को निधन हो गया. बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाले शरद यादव का जाना सभी को दुखी कर गया है. उनकी समाजवाद वाली राजनीति ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया था. लेकिन अब उस महान नेता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. उनकी बेटी सुभाषिनी यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने लिखा, ‘पापा नहीं रहे.’
शरद यादव चार बार बिहार के मधेपुरा सीट से सांसद रहे हैं. वे जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अध्यक्ष के साथ केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं.यादव लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और नियमित रूप से ‘डायलिसिस’ करवाते थे.शरद यादव के सहयोगियों ने बताया कि वह गुरुवार की रात अपने छतरपुर आवास पर बेहोश हो गए और उन्हें गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
उनका पार्थिव शरीर एंबुलेंस में अस्पताल से रवाना हो गया है. आज दिनभर पार्थिव शरीर छतरपुर में स्थित 5 वेस्टर्न (डीएलएफ) आवास पर दर्शन के लिए रखा जाएगा. आरजेडी के नेता शरद यादव के निधन पर पीएम मोदी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, आरजेडी के अध्यक्ष लालू यादव समेत कई दिग्गजों ने दुख जताया है और राजनीतिक जगत के लिए बड़ी क्षति बताया है.
उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं.