पटना : विश्वभर में सबसे पुरानी थेरेपी के लिए प्रसिद्ध साउथ कोरिया की कंपनी सेराजेम ने रविवार को पटनासिटी के सिटी चौक स्थित अपने सेंटर में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में शहर के 300 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में देश के जाने – माने न्यूरो एवं स्पाइन सर्जन डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। अपने वक्तव्य के माध्यम से उन्होंने लोगों को सेराजेम थेरेपी से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह एक तरह की थेरेपी है जो असाध्य या लाइलाज बीमारियों के इलाज में उपयोग की जाती है।
यह दक्षिण कोरिया के इलाज पद्धति पर आधारित थेरेपी है। वर्तमान समय में सेराजेम थेरेपी आधुनिक मशीनों के माध्यम से की जाती है। डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि जीवन की आपाधापी में अपने शरीर, मन और मस्तिष्क को न भूलें। वहीं अपने संबोधन में पटनासिटी सेराजेम के संचालक मदिन ने बताया कि हमारा यह सेंटर 12 साल पुराना है और रोजाना यहाँ करीब 200 से 300 लोग निशुल्क थेरेपी का लाभ उठाकर अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन से निराश हो चुके लोगों को अपनी गंभीर बीमारियों से यहां निजात मिल रही है वो भी फ्री में, बिना किसी दवाई, इंजेक्शन या फीस के और कोई साइड इफेक्ट भी नहीं।
पटना में सेराजेम के अभी पांच सेंटर का संचालन किया जा रहा है जहाँ अत्याधुनिक मशीन से लोगों का उपचार किया जा रहा है। मदिन ने बताया कि सेराजेम थेरेपी आधुनिक मशीनों के माध्यम से की जाती है जिससे रूमेटाइड अर्थराइटिस, लकवा, रीढ़ की हड्डी, घुटनों के दर्द, जोड़ों के दर्द सहित अन्य रोगों का इलाज किया जाता है। साथ ही वजन घटाने में भी सेराजेम के फायदे हैं, जो लोग मोटापा के शिकार होते हैं उनके लिए वेट लॉस सेराजेम थेरेपी की जाती है। इस थेरेपी के इस्तेमाल से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।