उद्योग विभाग द्वारा बापू सभागार में आयोजित एक दिवसीय मुख्यमंत्री उद्यमी योजना उन्मुखीकरण कार्यक्रम -सह- प्रथम किश्त वितरण कार्यक्रम में उपस्थित लाभुकों को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के माध्यम से गाँव-गाँव में कारोबार का विस्तार हुआ है। अब 98 लाख घरों में रोजगार सृजन हेतु बिहार लघु उद्यमी योजना लागू की जा रही है।
इससे घर-घर में रोजगार होगा। औद्योगिक उड़ान के लिए बिहार तैयार है। बिहार के हर युवा और बिहार की हर महिला इस योजना का हिस्सा बनने के लिए बेकरार हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में बिहार का औद्योगिक विकास इतनी तेज गति से हो रहा है कि पूरा देश अचंभित है। हमारा जी.डी.पी. ग्रोथ सबसे ज्यादा है। उद्यमी रजिस्ट्रेशन में हम नम्बर वन हैं। जेड सर्टिफिकेशन के मामले में हमने दूसरे राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और बिहार लघु उद्यमी योजना के माध्यम से उद्योग के क्षेत्र में भी हम नम्बर वन बनेंगे।
समीर कुमार महासेठ ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 कर्पूरी ठाकुर के जन्मदिन पर 24 जनवरी, 2018 को मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना की शुरूआत हुई। वर्ष 2020 में मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना की शुरूआत हुई। वर्ष 2021 में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना एवं मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना प्रारंभ किया गया। वर्ष 2023 में मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना के संचालन का दायित्व उद्योग विभाग को मिला।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 10 लाख रूपये तक की सहायता नये उद्योगों की स्थापना के लिए दी जाती है। इसमें 50 प्रतिशत राशि अनुदान के रूप में और 50 प्रतिशत राशि ऋण के रूप में होती हैै। मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना तथा मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना के तहत दिया जाने वाला ऋण ब्याज मुक्त है।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत प्रदत्त ऋण पर 1 प्रतिशत का ब्याज देय है। ऋण की राशि को 84 बराबर किश्तों में वापस की जानी है। मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 तक 10,060 लाभुकों को लाभान्वित किया जा चुका है और उन्हें 837 करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता दी गई है। 2023-24 में इस योजना के तहत 2000 नये लाभुकांे का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री अति पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 तक कुल 6,743 लोगों को चयनित किया गया है और उन्हें 582 करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता दी जा चुकी है। 2023-24 में इस योजना के तहत 2000 नये लाभुकांे का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 तक 4,950 लाभुकों का चयन हुआ है और उन्हें 420 करोड़ रूपये की सहायता दी जा चुकी है।
2023-24 में इस योजना के तहत 2000 नये लाभुकांे का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के तहत 2022-23 तक 5,053 लाभुकों का चयन किया जा चुका है और उन्हें 409 करोड़ रूपये की सहायता दी जा चुकी है। 2023-24 में इस योजना के तहत 2000 नये लाभुकांे का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1247 नये लाभुकांे का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना है जो राज्य में अधिक से अधिक उद्योगों की स्थापना और रोजगार के अवसरों में वृद्धि को समर्पित है। उद्योगों की स्थापना के लिए बैंकों से ऋण प्राप्त करने में कोलेटरल सिक्यूरिटी और मार्जिन मनी के समस्या का निराकरण भी इस योजना का एक प्रमुख उद्देश्य है।
योजना के अन्तर्गत स्वीकृत परियोजनाओं को राशि की विमुक्ति तीन चरणों में की जानी है जिसमें प्रथम चरण में 1.50 लाख रूपये की राशि शेड निर्माण, फायर सेफ्टी व्यवस्था, बिजली कनेक्शन एवं आंतरिक साज-सज्जा के लिए दी जा रही है। एक सप्ताह का प्रशिक्षण प्राप्त कर लेने के बाद यह राशि लाभुकों को दी जाती है। प्रथम किश्त की उपयोगिता की समय सीमा 60 दिनों की है। प्रथम किश्त की राशि का व्यय कर उसका उपयोगिता प्रमाण पत्र उद्यमी पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है।
इस योजना के लाभ को समाज के सभी वर्गों तक पहुँचाने के लिए संकल्पित है। कुछ असामाजिक लोग इस योजना के तहत् चयनित लाभुकों को गलत सूचना देकर दिग्भ्रमित करते रहते हैं। लाभुकों को अपना पूरा ध्यान उद्योग लगाने पर देना है और गलत लोगों से दूर रहना है। उद्यमिता की डगर आसान नहीं होती। बहुत मेहनत करना पड़ता है। तब अच्छा परिणाम निकलता है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना बिहार के युवा वर्ग के लिए गेम चेन्जर है।
बिहार के अलावा किसी भी अन्य राज्य में उद्यमिता प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार के स्तर पर इस प्रकार की कोई योजना नहीं है। उद्यमियों को प्रोत्साहित करते हुए समीर कुमार महासेठ ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के लाभुक पूरी ईमानदारी और मेहनत से काम करें और भविष्य के सफल उद्यमी एवं रोजगारदाता बनें।