खोदावंदपुर/बेगूसराय:- खोदावंदपुर पुलिस कस्टडी में फफौत गांव के बुजुर्ग दीप नारायण महतो की मौत से दुखी परिजनों को सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने हरसंभव सहायता व न्याय दिलवाने का भरोसा दिया है.
मंगलवार को फफौत गांव में मृतक के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे लोगों ने यह बातें कहीं. प्रखंड प्रमुख अंजना कुमारी, पूूूर्व प्रमुख मिथलेश कुमार मिश्र, लोजपा जिला उपाध्यक्ष मोहन प्रसाद सिंह, पंचायत अध्यक्ष भिखन पासवान, अनुराग कुमार, भाजपा नेता रामकुमार महतो, राम शंकर महतो, पंकज कुमार, सेवानिवृत्त शिक्षक राजेन्द्र कुमार सहित अनेक लोगों ने मृतक की पत्नी चंपा देवी, जेष्ठ पुुत्र रामबालक महतो व कनिष्ठ पुत्र हरेराम कुमार को सांत्वना देते हुए कहा कि पुलिस की लापरवाही से हुई दीप नारायण महतो की मौत को लेकर ये सभी पीड़ित परिवार के साथ हैं.
पीड़ित परिवार को हरसंभव सरकारी सहायता दिलवाने और दोषी पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध जन- आंदोलन करने से भी पिछे नहीं हटेगें. सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन सजग रहती तो शायद दीप नारायण महतो की मौत नहीं होती.गंभीर रुप से घायल दीप नारायण महतो की सही समय पर इलाज करवाया गया होता तो पुलिस कस्टडी में वे कभी नहीं मरते.
खोदावंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज के नाम पर महज खानापूर्ति की रस्म अदायगी की गयी और शनिवार की सुबह बेगूसराय रेफर किये जाने के बाद भी स्थानीय पुलिस बेगूसराय नहीं भेजी. हाजत में मौत हो जाने के बाद पुलिस स्थानीय लोगों के आक्रोश से बचने के लिए उनकी लाश को बेगूसराय ले गयी.
घटना के बाद मंंझौल एसडीपीओ व पुलिस निरीक्षक का खोदावंदपुर थाना में कैंप करना और कई थानों की पुलिस को यहां बुलाया जाना पुलिस की लापरवाही की सत्यता दर्शाता है. इस हत्याकांड में दूसरे पक्ष के लोगों को बलि का बकरा बनाये जाने की भी बात सामने आ रही है.इसलिए इस मामले की निष्पक्ष एवं उच्च स्तरीय जांच हो.