पटना। राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय में संत शिरोमणी गुरू रविदास की 646वीं जयन्ती मनाई गई एवं उनके आदर्श मार्गों पर चलने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि संत गुरू रविदास धर्म में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ लोगों को ज्ञान दिया। मन चंगा तो कठौती में गंगा। वे भजन के कवि थे। वे सभी धर्मों के प्रति आदर भाव रखते थे। उनके बारे में कहा जाता है कि चारो वेद करे खंडौती, जन रविदास करे दंडौती।
उनका उपदेश जनकल्याण के लिए अधिक महत्वपूर्ण है। उनके आचरण तथा व्यवहार से प्रमाणित हो गया है कि मनुष्य जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्मों से महान होता है। इस अवसर पर राष्टï्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी सहित अन्य नेताओं ने संत रविदास के तैलचित्र पर माल्यार्पण किया।
श्वेता