बिहार\बेगूसराय :- एक ऐसे युवा उद्यमी की कहानी जिसने महज मैट्रिक तक की पढ़ाई की है, पर जिसकी सोच ने हजारों लोगों की जिंदगी बदल दी है, अकेला यह व्यक्ति एक संस्था से कम नही है, नाम है, ओम प्रकाश भारद्वाज पुटृटु
विवाह जन्मदिन के अवसर पर गिफ्ट में यह समूह लोगों को करते है, वृक्ष प्रदान
ग्रामीण स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए विगत दो दशकों से सक्रिय है, बेगूसराय में एक ऐसा अनूठा अभियान चलाते हैं, जिसकी चर्चा बिहार ही नहीं देश के अन्य प्रांतों में भी अब होने ने लगी है, इस अभियान का नाम है, साइकिल यात्रा एक विचार. रविवार के दिन साइकिल से इनका दल शहर के किसी एक इलाके में जाकर सफाई अभियान चलाता है.
और वृक्षारोपण भी करता है, विवाह जन्मदिन के अवसर पर गिफ्ट में यह समूह लोगों को वृक्ष प्रदान करता है, यह अभियान विगत 5 वर्षों से अनवरत जारी है शहर के आवारा पशुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था लाचार बेसहारा लोगों के लिए आश्रय और भोजन व्यवस्था कराना भी इनके अभियान में शुमार है .
विगत 5 वर्षों में ओम प्रकाश जी साइकिल यात्रा एक अभियान के माध्यम से हजारों पेड़ लगवा चुके हैं शहर के सैकड़ों मुहल्लो की सफाई हो चुकी है उनके इस अभियान में शुरुआत हुई थी तो इक्का-दुक्का लोग ही साइकिल लेकर पहुंचते थे.
मोबाइल आज इसकी तादाद हजारों में पहुंच गई है, प्रत्येक रविवार के दिन शहर के हर किसी मामले में पहुंचता है, इनका दल और लोगों को कूरा कचरा निर्धारित स्थान पर फेकने पेड़ पौधे लगाने यत्र तत्र नहीं थूकने और अपने गली मोहल्ले को साफ रखने की नसीहत देता है.
सरकारी विद्यालयों में लड़कियों के लिए सेनेटरी नैपकिन बांटने की योजना प्रारंभ
ओम प्रकाश जी के द्वारा चलाए गए अभियान पर बिहार सरकार ने संज्ञान लेते हुए सरकारी विद्यालयों में लड़कियों के लिए सेनेटरी नैपकिन बांटने की योजना प्रारंभ की इसके लिए वर्षो तक संघर्षरत थे .
कई बार सरकार के आला अधिकारियों तक अपनी आवाज पहुंचाई थी उसके बाद इनका दूसरा अभियान था, कि सड़कों के किनारे छायादार नहीं फलदार वृक्ष लगाया जाए इससे लोगों को छाया तो मिलेगा ही फलदार होने के कारण उसकी देखभाल भी करेंगे. समाज के लिए प्रेरक का कार्य कर रहे ओम प्रकाश जी ने बेगूसराय नगरपालिका चौक पर आवारा पशुओं के लिए चारे और पीने के लिए पानी की व्यवस्था कर रखी है.
प्रतिभा से अपना जन्मदिन भी अनूठे ढंग से मनाते हैं हजारों गरीब बच्चों के बीच भोजन की व्यवस्था होती है उन्हें बैग बांटा जाता है इनके प्रेरणा से बेगूसराय में लोग बूके के बदले बुक और शादी विवाह में गुलदस्ते के बदले में फलदार वृक्ष लोगों को उपहार स्वरूप देने लगे है.
इनका पूरा परिवार बेगूसराय के लिए आदर्श है, इनके पिताजी जवाहर भारद्वाज बेगूसराय नगर परिषद के सदस्य रह चुके हैं, इनके एक भाई शिव प्रकाश भारद्वाज बेगूसराय में एक अनूठे विद्यालय का संचालन करते हैं इसका नाम है भारद्वाज गुरुकुल उनके छोटे भाई दिनकर भारद्वाज फिल्म निर्माता है चौहर जैसी चर्चित फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं.
दिनकर फिल्म सिटी की स्थापना भी उनके परिवार के द्वारा ही की गई है.
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