पटना 01 अगस्त राजधानी पटना के मशहूर शहनाज हुसैन सिग्नेचर सैलून के तीन
साल आज पूरे हो गये।
शहनाज हुसैन सिग्नेचर सैलून के तीन साल पूरे होने का जश्न केक काटकर मनाया गया। इस अवसर पर सैलून की प्रबंधक शानिका मनोज ने बताया कि यह उनका तीसरा ब्रांच है। उन्होने पहले
बोरिंग रोड और फ्रेजर रोड में भी ब्रांच खोले थे। उन्होंने बताया कि हमें इस बात की बेहद खुशी हो रही है कि शहनाज हुसैन सिग्नेचर सैलून ने आज तीन साल पूरे कर लिये हैं।
शानिका मनोज ने बताया कि महिला हो या पुरुष ,उसकी हार्दिक इच्छा
होती है कि वह सुंदर दिखे। खासकर पर महिलाओं की योग्यता के साथ-साथ अगर सुन्दरता भी हो तो उनके व्यक्तित्व में चार चांद लग जाते हैं | अत:आज प्रत्येक नारी खुद को
सुंदर एवं आकर्षक प्रदर्शित करना चाहती है। उसकी इसी चाहत ने आज एक नए
कैरियर को पंख लगा दिए हैं। यह कैरियर है- ब्यूटीशियन का। बतौर
ब्यूटीशियन आप खुद को दो प्रकार से व्यवस्थित कर सकती हैं- खुद अपना
ब्यूटी पॉर्लर खोलकर अथवा प्रतिष्ठिïत ब्यूटी पॉर्लरों में नौकरी करके | शानिका मनोज ने बताया कि ब्यूटीशियन के क्षेत्र में काम करने के लिए मन
बना रहे युवाओं के लिए यह व्यवसाय भारी मुनाफे का साबित हो रहा है। इस
क्षेत्र में कुशल एवं योग्य लोगों की मांग हमेशा बनी रहती है। एक अरसा पहले केश एवं त्वचा के क्षेत्र में पुरुष वर्ग का बोलबाला था लेकिन अब इस व्यवसाय में महिलाएं भी अपने नाम का सिक्का चला रही हैं। शहनाज हुसैन इस क्षेत्र की ऐसे ही हस्ती हैं, जिनका नाम आज दुनियाभर में मशहूर है। शहनाज
हुसैन ब्यूटी पार्लर्स के क्षेत्र में एक नाम है विश्वास एवं कार्यकुशलता
का। भारतभर में हजारों सैलून शहनाज हुसैन के प्रधान सैलून के सम्बद्ध हैं।
इस अवसर पर आकाशवाणी और दूरदर्शन की जानी मानी एंकर श्रीमती संगीता
सिन्हा ने श्रीमती शानिका मनोज को उनके सैलून के तीन साल पूरे होने पर बधाई एवं शुभकामनायें दी। संगीता सिन्हा ने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति का तेजी से होता विस्तार, व्यक्तित्व के प्रति सजगता तथा सम्पन्न और
आकर्षक दिखने की होड़ ने ‘ब्यूटी पार्लर जैसे हुनर को एक बेहतरीन व्यवसाय में तब्दील कर दिया है। जब सुष्मिता सेन मिस यूनिवर्स और ऐश्वर्या राय मिस वर्ल्ड चुनी गयीं तो सही अर्थों में यह सौंदर्य के प्रति जागरूकता की
शुरुआत थी। रफ्ता-रफ्ता यह शुरुआत एक बड़े उद्योग में तब्दील होती गयी और आज तमाम छोटे और बड़े शहरों की लड़कियां इस उद्योग के जरिये न केवल अपना करियर बना रही हैं, बल्कि अपने सपनों को भी साकार कर रही हैं। ब्यूटी
बिजनेस ने लड़कियों के लिए रोजगार के अवसर खोले हैं।
संगीता सिन्हा ने बताया ऐसा नहीं था कि पहले लड़कियां अपने आपको सजाने-
संवारने के प्रति जागरूक नहीं थीं, लेकिन यह जागरूकता नितांत निजी किस्म की थी। पहले लड़कियां खुद को सुंदर बनाने के लिए अमूमन घरेलू उत्पादों का
ही इस्तेमाल करती थीं और सुंदर दिखने का उनके लिए केवल यही अर्थ था कि वे अपने दोस्तों और घरवालों के लिए सुंदर दिख रही हैं। उस समय कोई नहीं
जानता था कि सौंदर्य का यह कारोबार आने वाले समय में एक बड़े कारोबार में तब्दील होने जा रहा है। रफ्ता-रफ्ता लड़कियों की सौंदर्य के प्रति दीवानगी बढ़ी और बढ़ा सौंदर्य का बाजार। महानगरों, शहरों, छोटे शहरों और
कस्बों तक में लड़कियां सुंदर दीखने की चाह पालने लगीं। इसका परिणाम यह हुआ कि हर गली-मोहल्ले में ब्यूटी पार्लर खुलने लगे। देखते-देखते यह
कारोबार बड़े कारोबार की शक्ल अख्तियार करता गया।