पटना : कंकरबाग स्थित देविता आई हॉस्पिटल ने इस दिवाली मरीजों की देखभाल के लिए खास पहल की घोषणा की है। हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा मरीजों के हित में हॉस्पिटल को 24 घंटे खुला रखा जाएगा ताकि पटाखों से घायल व अन्य बीमारिओं के ग्रसित लोगों को तत्काल इलाज का लाभ मिल सके। देविता आई हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सक डॉ. विजय कुमार शर्मा ने कहा कि इस दिवाली को सुरक्षित बनाने के लिए हमारा हॉस्पिटल पूरी तरह तैयार है। उन्होंने बताया कि पटाखे चलाते समय लापरवाही से आंख और त्वचा को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। इसे देखते हुए देविता आई हॉस्पिटल में 24 घंटे इलाज की सुविधा बहाल की गई है।
डॉ. विजय ने लोगों को सावधानी बरतने कि सलाह देते हुए कहा कि दीया, मोमबत्ती या पटाखे जलाते समय सिंथेटिक और ढीले कपड़े पहनने से बचें एवं पटाखे और दीया जलाते समय हमेशा एक हाथ की दूरी पर खड़े हों। उन्होंने लोगों से केवल ग्रीन पटाखों का उपयोग करने को कहा। पैरों को चोटिल होने से बचाने के लिए पटाखे को रेत या पानी की बाल्टी में फेंकें। पटाखे फोड़ते समय जूते जरूर पहनें, कभी भी ऐसे पटाखों को न उठाएं जो न फटे हों।
इससे पटाखे हाथ में फट सकते हैं, मामूली जलने पर जले हुए स्थान पर तब तक पर्याप्त मात्रा पानी डालें जब तक जलन बंद न हो जाए, जले हुए स्थान पर कभी भी टूथपेस्ट या नीली स्याही न लगाएं, अंगूठी या चूड़ियां तुरंत हटा दें क्योंकि बाद में सूजन आने पर इन्हें निकालना मुश्किल हो जाता है, कपड़ों में आग लगने पर स्टॉप, ड्रॉप एंड रोल के नियम का पालन करें।
उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि दौड़े नहीं, लेट जाएं, आग में ऑक्सीजन की मात्रा कम करने के लिए जमीन पर रोल करें। पटाखे फोड़ने के दौरान आसपास के क्षेत्र में पानी से भरी बाल्टी या आग बुझाने का यंत्र रखें, आंख में चोट लगने पर आंख को रगड़ें नहीं बल्कि साफ पानी से धोएं और नेत्र विशेषज्ञ से सलाह लें।