प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने दिनांक 16/04/2020 को शिक्षा मंत्री, (बिहार सरकार) पटना को एक पत्र लिख कर सत्र 2017-18, 2018-19, एवं 2019-20 में RTE के अंतर्गत लाभान्वित बच्चे की लंबित राशि निर्गत करने के संबंध में आग्रह किया है। उनहोने पत्र द्वारा अवगत कराया की जनवरी-फरवरी माह में कपकपी ठंड की वजह से सरकारी एवं निजी दोनों स्कूलों का संचालन ठप रहा। उसके बाद फिर मार्च में कोविड-19 को लेकर लाॅक डाउन हुआ जिसकी वजह से स्कूलों को जो फीस अभिभावक से आने थे वह नहीं आ पाए! फलस्वरूप स्कूल में कार्य करने वाले शिक्षक और अन्य लोग जो स्कूल पर आश्रित हैं, उनको वेतन समय पर नहीं मिल पाया! शमायल अहमद ने यह जानकारी देते हुए कहा कि पूरे बिहार में 5 लाख लोग प्राइवेट स्कूलों में कार्य करते हैं, अगर उन्हें वेतन समय पर ना मिला तो, उनको परिवार का भरण पोषण करने में कठिनाइयां उत्पन्न होंगी। शिक्षा मंत्रालय को इस पर विचार करना चाहिए। माननीय शिक्षा मंत्री को वस्तुतः स्थिति की जानकारी देते हुए कहा की कोविड-19 के प्रकोप से सारे विद्यालय बन्द पड़े हैं। जिससे लगभग सभी विद्यालय के संचालको को विद्यालय खुलने के उपरांत आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। जिसके फलस्वरूप निवेदन किया गया है कि सत्र 2017-18, 2018-19 एवं 2019-20 की RTE act के तहत नामांकित बच्चों की राशि का भुगतान अति शीघ्र किया जाए।
RTE के पिछले तीन सत्र के अंतर्गत लाभान्वित बच्चों की लंबित राशि निर्गत करे सरकार – शमायल अहमद
