दक्षिण सिक्किम के यांगगांग में निर्माणाधीन सिक्किम केंद्रीय विश्वविद्यालय का पहला चरण का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। विश्वविद्यालय के दूसरे चरण के निर्माण के लिए 300 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। अब ढाई साल के बाद विश्वविद्यालय को यांगगांग में स्थानांतरित किया जा सकेगा। इसके अलावा एनआईटी की स्थापना के लिए केंद्र ने 500 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने रविवार को राजधानी गंगटोक में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।
2007 से हो रहा है निर्माण कार्य
सिक्किम केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य वर्ष 2007 से चल रहा है। जमीन अधिग्रहण, जमीन दाताओं को मुआवजा आदि विभिन्न कारणों से विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य लंबित रहा। निर्माणाधीन विश्वविद्यालय राजधानी गंगटोक से लगभग 56 किलोमीटर दूर है। वर्ष 2008 से सिक्किम केंद्रीय विश्वविद्यालय राजधानी गंगटोक में किराये के भवनों में संचालित हो रहा है।
अगले ढाई वर्ष में पूरा हो जाएगा निर्माण कार्य
केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष सरकार इस समय सिक्किम के दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय से निर्माणाधीन सिक्किम केंद्रीय विश्वविद्यालय के पहले चरण का निर्माण कार्य 98 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है। विश्वविद्यालय के दूसरे चरण के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने 300 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि निर्माण कार्य अगले ढाई वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा और सिक्किम केंद्रीय विश्वविद्यालय को यांगगांग में स्थानांतरित किया जा सकेगा।
एनआईटी का निर्माण कार्य जल्द होगा शुरू
इसके अलावा, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) की स्थापना के लिए पूर्वी सिक्किम के खामदोंग में राज्य सरकार द्वारा 100 एकड़ भूमि के अधिग्रण पर प्रसन्नता व्यक्त की। राज्य सरकार ने संस्थान की स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण पर 26 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि एनआईटी की स्थापना के लिए केंद्र सरकार पहले ही 500 करोड़ रुपये मंजूर कर चुकी है। एनआईटी के लिए पैसा तैयार है और कुछ औपचारिकताएं पूरा होते ही पैसा जारी कर दिया जाएगा और निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
सिक्किम एक छोटा राज्य होते हुए भी गुणात्मक राज्य है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सिक्किम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन के मामले में एक अग्रणी राज्य बन जाएगा। उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “सिक्किम पहले से ही वह कर रहा है जो हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में चाहते हैं।“