आईपीएल के 13वें सीजन के 37वें मैच में सोमवार को अबु धाबी में राजस्थान रॉयल्स ने जीत हासिल की. उसने चेन्नई सुपर किंग्स को 7 विकेट से मात दी. राजस्थान ने 17.3 ओवरों में 126/3 रन बनाए और जीत का लक्ष्य हासिल कर लिया. इस हार से चेन्नई की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. उसकी प्ले ऑफ की राह बेहद मुश्किल हो गई है. इस जीत के साथ ही राजस्थान की टीम 8 अंकों के साथ निचले पायदान से 5वें स्थान पर आ गई. उसकी प्ले ऑफ उम्मीदें अब भी जिंदा हैं. रॉयल्स की 10 मैचों में यह चौथी जीत रही. चेन्नई की 10 मैचों में यह 7वीं हार रही. वह अब सबसे नीचे 8वें पायदान पर है.
महेंद्र सिंह धोनी अपने रिकॉर्ड 200वें आईपीएल मैच को यादगार नहीं बना पाए. उधर, राजस्थान के कप्तान स्टीव स्मिथ ने ‘गेम चेंजर’ जोस बटलर (नाबाद 70 रन, 48 गेंदों में) के साथ ‘करो या मरो’ वाले मैच मेंं जीत का जश्न मनाया. चेन्नई की टीम को राजस्थान के खिलाफ मिली हार से बड़ा नुकसान हुआ है. कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के 200वें आइपीएल मुकाबले में टीम ने और भी शर्मनाक प्रदर्शन किया. पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में टीम ने महज 125 रन बनाए. यह इस टूर्नामेंट में किसी भी पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम का सबसे कम स्कोर रहा. राजस्थान ने 17.3 ओवर में 3 विकेट खोकर जीत का लक्ष्य हासिल कर लिया.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार सातवीं हार के बाद कहा कि उनकी टीम को परिणाम नहीं बल्कि प्रक्रिया पर गौर करने की जरूरत है और इसके लिए उसे आगे के मैचों में ठोस कदम उठाने होंगे. अधिक बदलाव नहीं करने के बारे में कहा, ‘आप बहुत अधिक बदलाव नहीं चाहते क्योंकि तीन-चार-पांच मैचों में आप किसी चीज को लेकर सुनिश्चित नहीं होते है. मैं टीम में असुरक्षा का भाव नहीं चाहता हूं. युवाओं को कम मौके देने के बारे में उन्होंने कहा, ‘यह सही है कि हमने इस बार युवाओं को उतने मौके नहीं दिए. ऐसा भी हो सकता है कि हमें अपने युवाओं में जुनून न दिखायी दिया हो. हम आगे उन्हें मौका दे सकते हैं और वे बिना किसी दबाव के खेल सकते हैं’.
चेन्नई की टीम अब तक आईपीएल में जब भी खेली है, प्ले ऑफ तक जरूर पहुंची. वह तीन बार की विजेता और पांच बार की उपविजेता है, लेकिन इस बार उसके 10 मैचों में केवल 6 अंक हैं और अगले चार मैचों में जीत पर भी उसकी प्ले ऑफ में पहुंचने की संभावना अगर-मगर पर टिकी रहेगी. टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि जब चेन्नई की टीम प्लेऑफ में नहीं खेल पाएगी. इस वक्त जैसे समीकरण हैं उसके मुताबिक अब उनका प्लेऑफ में पहुंचना नामुमकिन हो गया है. चेन्नई ने अब तक सबसे ज्यादा बार फाइनल खेला है. 3 खिताब जीतने वाली यह टीम 5 बार फाइनल खेल चुकी है और पिछली बार भी टीम उप विजेता रही थी. चेन्नई इस वक्त अंक तालिका में सबसे नीचे आठवें स्थान पर है. उसके खाते में 10 मैच के बाद तीन जीत से 6 अंक हैं. अब आगे बचे चार में से चार मुकाबले में टीम को जीत हासिल करना होगा साथ ही दुआ करनी होगी की राजस्थान और कोलकाता की टीम अपने बचे बाकी के मुकाबले में हार जाये.