पटना। रेलवे पुलिस बल आरपीएफ द्वारा सेवा ही संकल्प की अपनी शपथ को आगे बढ़ाते हुए सितंबर 2022 में अखिल भारतीय स्तर पर महीने भर संसार सामाजिक सरोकार नामक कोड के अंतर्गत अनेक केंद्रित अभियानों के कारकों का समावेशन करते हुए ऑपरेशन सेवा ऑपरेशन गिरी और ऑपरेशन मातृशक्ति जैसे अभियानों का संचालन किया गया।
आरपीएफ कर्मी ऑपरेशन सेव के अंतर्गत बुजुर्ग नागरिकों, महिलाओं, दिव्यांगों की यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाने की दृष्टि से उनकी सहायता करते हैं और व्हीलचेयरए स्ट्रेचरए चिकित्सा सहायताए एम्बुलेंसए शिशु भोजन आदि जैसी सुविधाएं प्रदान करते हैं। सितंबर 2022 के दौरान ऐसे लगभग 9000 जरूरतमंद यात्रियों को ट्रेन में उनकी यात्रा के दौरान सहायता दी गई। आरपीएफ ने गुमशुदा या अपने घरों से भाग जाने वाले या किसी कारण से विचलित या व्यथित तथा देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले व्यक्तियों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस प्रकार लोगों के शोषण या मानव तस्करी का शिकार होने और समय पर सुरक्षा नहीं मिलने पर गंभीर शारीरिक नुकसान उठाने का खतरा होता है। आरपीएफ के कर्मियों ने ऑपरेशन डिग्निटी के अंतर्गत नि:स्वार्थ भाव से समय पर कार्रवाई करते हुए सितंबर 2022 के दौरान 427 वयस्कों को सुरक्षा प्रदान की। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी ने बताया कि आरपीएफ कर्मी ऑपरेशन नन्हे फ रिश्त के अंतर्गत गुमशुदा व भाग जाने वाले विभिन्न कारणों से अपने परिवार से बिछुड़ जाने वाले बच्चों की पहचान करने और उन्हें बचाने का नेक कार्य करते हैं जिन्हें देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता होती है।
सितंबर 2022 में 1119 बच्चों को बचाया गया। मिशन जीवन रक्षा के अंतर्गत आरपीएफ कर्मियों ने सितंबर 2022 के दौरान अपने प्राणों को घोर संकट में डालते हुए 115 लोगों के जीवन की रक्षा की। महिला आरपीएफ कर्मी ऑपरेशन मातृशक्ति के अंतर्गत ट्रेन में यात्रा के दौरान प्रसव पीड़ा का सामना करने वाली गर्भवती महिला यात्रियों की मदद करने का हरसंभव प्रयास करती हैं। सितंबर 2022 के दौरान उन्होंने ऐसी 32 महिला यात्रियों को सहायता उपलब्ध करायी और उनके शिशुओं को इस खूबसूरत दुनिया में लाने का माध्यम बनीं। विशाल रक्तदान कार्यक्रम के तहत आरपीएफ द्वारा लगाए गए शिविर में 829 अन्य स्वयंसेवकों सहित आरपीएफ के 3946 कर्मियों ने रक्तदान किया।