पटना : ब्लू बेल्स अकेडमी ने रविवार को अपना 34वां वार्षिकोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम का आयोजन शगुना मोड़ स्थित विद्यालय के परिसर में किया गया जिसमें स्कूल के सभी बच्चे शामिल हुए।कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, विशिष्ट अतिथि मुख्य पोस्टमास्टर जनरल अनिल कुमार, मत्स्य पालन विभाग बिहार सरकार के निदेशक आईएएस अभिषेक रंजन, ओआईसीएल के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक (सेवानिवृत्त) संजय किशोर एवं मंडल अभियंता दूरसंचार (सेवानिवृत्त) पंकज कुमार, स्कूल के निदेशक अमरेंद्र कुमार एवं प्राचार्य आर के जैसवाल के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर की गई।
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने ब्लू बेल्स अकेडमी को सफलतापूर्वक 34 वर्ष पूरे करने पर अपनी ढेर सारी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह स्कूल ऐसे ही शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों का भविष्य उज्ज्वल करते रहे और उन्हें सही मार्गदर्शन देते रहे। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के बच्चों द्वारा गणेश वंदना से की गई। इसके बाद नन्हें – मुन्हें बच्चों के स्वागत गीत और नृत्य की प्रस्तुति ने आगत अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्कूल द्वारा आयोजित इस भव्य वार्षिकोत्सव समारोह में ब्लू बेल्स अकेडमी के बच्चों ने राइज एंड शाइन थीम पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बचपन बचाओ व सबरी के बेर नाटक रहा जिसमें बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति ने सभी को अपने ओर आकर्षित किया। कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों ने राधा कृष्ण, जंगल सफारी, जय जवान – जय किसान, एंजल, क्लासिकल सहित अन्य नृत्यों की प्रस्तुति दी जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। साथ ही बच्चों द्वारा किये गए भारत के विभिन्न राज्यों के नृत्य ने भी दर्शकों को खूब झुमाया। कार्यक्रम में उपस्थित स्कूल के निदेशक अमरेंद्र कुमार ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि हमारे विद्यालय ने सफलतापूर्वक 34 वर्ष पूरे कर लिए।
उन्होंने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन से बच्चों का मनोबल बढ़ता है एवं उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का एक बड़ा मंच मिलता है। वहीं स्कूल के प्राचार्य आर के जैसवाल ने बताया कि इस स्कूल के माध्यम से हम बच्चों को शिक्षा, खेल, कला आदि के क्षेत्र में शशक्त बनाने का काम करते हैं। कार्यक्रम के अंत में आगत अतिथियों द्वारा बच्चों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल के सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं ने अहम भूमिका निभाई।