कायस्थ वाहिनी ने मनाया संविधान निर्माता दिवस

आज कायस्थ वाहिनी अंतर्राष्ट्रीय, के गोपालगंज जिला इकाई द्वारा देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की 136 वीं जयंती संविधान निर्माता दिवस के रूप में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर सादे समारोह के साथ स्थानीय चित्रगुप्त मंदिर मे मनाई गई। पुष्पांजलि अर्पित करने वालों वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत सिन्हा, जिला सचिव विकास कुमार श्रीवास्तव, नगर सचिव सावन सिन्हा प्र्रदेश प्रवक्ता निशांत श्रीवास्तव, प्र्रदेश अधिवक्ता प्रकोष्ठ के सचिव अधिवक्ता मनीष किशोर नारायण, जिला समिति के सदस्य विकास गौरव, प्रशांत कुमार श्रीवास्तव , सुधांशु वर्मा के साथ ही साथ समाज के गणमान्य अनुप कुमार श्रीवास्तव, प्रकाश लाल श्रीवास्तव, प्रभात कुमार श्रीवास्तव, लकी श्रीवास्तव, रौशन श्रीवास्तव के साथ काफी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे।

वाहिनी के अध्यक्ष अभिजीत सिन्हा ने सभा को संबोधित करते कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद देश के महान सपूत एवं सादगी के प्रतिमूर्ति थे। डॉ राजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में ही संविधान तैयार किया गया था। संविधान निर्माण के लिए कइ समितियां बनी थी और डॉ राजेन्द्र प्रसाद में सबको साथ लेकर चलने की अद्भुत क्षमता प्रदर्शित की थी जिसके कारण भारत को एक अच्छा संविधान मिला। जब भी संविधान निर्माण की चर्चा होती है तो भीम राव अंबेडकर साहब का नाम लिया जाता है और राजेन्द्र प्रसाद की चर्चा तकक्षनही होती लेकिन राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान सभा के अध्यक्ष के रुप में अपना जो योगदान दिया वह बहूमूल्य है और चाह कर भी कोई उसे भूला नहीं सकता।

सभा के दौरान विकास गौरव श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि राजेंद्र बाबू राष्ट्रपति होते हुए भी अपने सादगी को नहीं छोड़ा। हम सब आज उनके रास्ते पर चलकर ही स्वच्छ समाज एवं राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। खासकर युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है। मनीष किशोर नारायण ने अपने संबोधन में दिलचस्प एवं गौरवान्वित करने वाली बात कहा कि संविधान की रचना में बिहार के अनेकों विद्वान विचारकों का विशेष योगदान रहा है। इनमें डॉ सच्चिदानंद सिन्हा का नाम उल्लेखनीय है। 9 दिसंबर 1946 को डॉ सिन्हा की अध्यक्षता में संविधान सभा की प्रथम बैठक हुई थी जिसमें 211 सदस्यों ने हिस्सा लिया। यही नहीं 11 दिसंबर 1946 की सभा में अस्थाई अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद को बनाया गया। इनके अलावा बिहार के अनुग्रह नारायण सिन्हा बनारसी प्रसाद भागवत प्रसाद ब्रजेश्वर प्रसाद चंडिका राम श्री कृष्ण सिंह दीप नारायण सिन्हा जगजीवन राम जगत नारायण लाल जयपाल सिंह यदुवंश सहाय महेश प्रसाद सिन्हा कृष्ण बल्लभ सहाय रघुनंदन सहाय विनोदानंद झा श्याम नंदन सहाय सत्यनारायण सिन्हा, सारंग सिन्हा रघुनंदन प्रसाद , रामेश्वर प्रसाद हुसैन इमाम , सैयद जफर इमाम अमियो कुमार घोष , पीके सेन वगैरह का भी योगदान रहा है। इतना ही नहीं संविधान की मूल प्रति की साज-सज्जा को अनूठा रूप बिहार के चित्रकार नंदलाल घोष ने दिए थे जो मुंगेर के रहने वाले थे। अंत में उन्होंने कहा कि हम बिहार वासियों को खासकर युवाओं को डॉ राजेंद्र प्रसाद से प्रेरणा लेनी चाहिए।

विदित हो कि माँ भारती की खातिर अल्पायु में फाँसी के फंदे पर झूलने वाले महान युवा क्रांतिकारी “अमर शहीद” खुदीराम बोस जी की भी जयंती है । इस अवसर पर हम सब शत शत नमन करते हैं।
उक्त जानकारी वाहिनी के नगर सचिव सावन सिन्हा ने प्रेस विज्ञ

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