पश्चिम बंगाल :- वर्धमान जिले में जन्मे वीर क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त पटना के जक्कनपुर मोहल्ले में आकर बस गए थे.
भगत सिंह के साथ केंद्रीय असेंबली में बम फेंकने के जुर्म में हुई थी, काला पानी की सजा.आजादी के बाद गुमनाम हो गए थे, वीर बटुकेश्वर दत पटना की गलियों में आइसक्रीम और पावरोटी बेचते भी नजर आए थे, बाद में बिहार विधान परिषद के सदस्य मनोनीत हुए. उनकी पत्नी अंजलि दत पटना के बाँकीपुर हाई स्कूल की प्रधानाध्यापिका थी.
वर्धमान रेलवे स्टेशन अब बटुकेश्वर दत्त के नाम से जाना जाएगा
बिहार माता का दर्जा दिया गया था. देश के आजादी के बाद भगत सिंह की मां पटना साहिब मत्था टेकने आई थी, पटना के तत्कालीन जिलाधिकारी से उन्होने उनके घर चलने की जिद की थी, पटना के जिलाधिकारी को पता ही नहीं था, कि बटुकेश्वर दत्त पटना में ही रहते हैं.
देश के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद मे इस आशय की जानकारी दी, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री को विशेष बधाई जिनके प्रयास से पश्चिम बंगाल का वर्धमान रेलवे स्टेशन अब बटुकेश्वर दत्त के नाम से जाना जाएगा वर्धमान जिले में ही उनकी उनका जन्म हुआ था.
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