कार्य में शिथिलता बरतने वाले लिपिक सस्पेंड, पटना डीएम ने की कार्रवाई

पटना। जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह द्वारा जिला स्थापना शाखा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में संचिका पत्र के निष्पादन की स्थिति, कर्मियों की उपस्थिति एवं उनके आवंटित कार्य, कर्मियों के दायित्व के अनुसार निष्पादन एवं लंबित कार्य कीअद्यतन स्थिति ,कर्मियों के स्वीकृत व रिक्त पद की स्थिति की जांच की। जिलाधिकारी ने अनुकंपा नियुक्ति से संबंधित  संचिका 2 माह से लंबित रखने तथा अनुकंपा के एक अन्य मामले में 7 दिन से पत्र दबाये रखने के मामले को गंभीरता से लेते हुए लिपिक गोपाल नंदन को निलंबित कर दिया है तथा 7 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
जिलाधिकारी ने कहा कि अनुकंपा नियुक्ति जैसे संवेदनशील एवं गंभीर मामले में लापरवाही कतई  बर्दाश्त  नहीं की जायेगी बल्कि पूरी सहानुभूति और संवेदना के साथ सरकारी प्रावधान के अनुरूप अविलंब निष्पादन आवश्यक है। निरीक्षण के क्रम में ज्ञात हुआ की प्रधान लिपिक के जिले में कुल 70 स्वीकृत पद हैं जिसमें 66 रिक्त हैं तथा मात्र चार कार्यरत हैं। प्रधान लिपिक के पद प्रोन्नति से भरने वाले पद हैं जो न्यायालय के आदेश तथा सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश के आलोक में स्थगित हैं। जिलाधिकारी ने स्थापना उप समाहर्ता को समीक्षा कर निष्पादन कराने का निर्देश दिया है। सेवांत लाभ के मामले में इस वर्ष 13 सेवानिवृत्त कर्मियों को सेवांत लाभ दिया जा चुका है। विगत वर्ष के 10 सेवानिवृत्त कर्मियों को भी सेवा सेवांत लाभ दिया जा चुका है। जिलाधिकारी के साथ जिला स्थापना शाखा के वरीय पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता अरुण कुमार झा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
श्वेता / पटना

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