अक्षय तृतीया पर ग्रहों का गोचर वृष व मकर राशि को लाभान्वित करेगा। मिथुन व कन्या राशि के व्यवसायी लाभान्वित होंगे। कर्क, धनु व मीन के जातक भी जॉब में थोड़े संघर्ष के बाद सफलता की प्राप्ति करेंगे। कुंभ व तुला राशि के छात्र नवीन अवसरों की प्राप्ति करेंगे। आइए अब इस पर्व का विस्तृत फल जानते हैं। अक्षय तृतीया पर राशि के मुताबिक करें ये दान•••••
मेष राशि: इस राशि के व्यवसायी लाभान्वित होंगे। व्यवसाय में कोई नया अनुबंध हो सकता है। जॉब में उन्नति होगी। मंगल से सम्बंधित द्रव्यों, मूंग की दाल व ताम्र पात्र का दान करें।
वृष राशि: धन का निवेश सिल्वर में करें। जॉब में प्रोन्नति की तरफ अग्रसर होंगे। कन्या व मकर मित्र राशियां हैं जो लाभ प्रदान करेंगी। अन्न दान करें। शुक्र से संबंधित द्रव्यों चावल व चीनी भी दान कर सकते हैं।
मिथुन राशि: स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। घर पर रहें। व्यवसाय में कोई भी नया कदम सोच समझ कर ही लें।निर्णय लेने में गलती कर सकते हैं। बुध से सम्बंधित द्रव्यों वस्त्र इत्यादि का दान करें। मूंग की दाल का भी दान कर सकते हैं।
कर्क राशि: घर पर ही धार्मिक कार्यों में मन लगेगा। राजनीतिज्ञ लाभान्वित होंगे।शिव पूजा करें। आपका आत्मबल बहुत कार्य करेगा। धन आगमन होगा। राशि स्वामी चन्द्रमा है। चांदी का चन्द्रमा दान करें।
सिंह राशि: स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। आर्थिक प्रगति होगी। छात्र सफल रहेंगे। जो लोग जॉब में हैं वो नवीन अवसरों की प्राप्ति करेंगे। लाल रंग शुभ है। गेहूं व गुड़ का दान करें। तांबा का पात्र भी सूर्य से ही संबंधित दान है।
कन्या राशि: शिक्षा तथा प्रतियोगिता में सफलता की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य में अब सुधार होगा। घर पर ही हनुमान जी की पूजा करते रहें। व्यवसाय में उन्नति होगी। बुध व शुक्र से संबंधित द्रव्यों कपड़ा, चांदी या चावल का दान करें।
तुला राशि: व्यवसाय में परिवर्तन संभव है। व्यवसाय में लाभ भी रहेगा। परिवार संग घर पर ही धार्मिक अनुष्ठान करेंगे। श्री सूक्त का पाठ करें। अपनी व्यवहार कुशलता से कोई बिगड़ा कार्य बनाएंगे। शुक्र व शनि से संबंधित द्रव्यों लोहे की कढ़ाई या चांदी का पात्र दान करें।
वृश्चिक राशि: आत्मबल को कम मत होने दें। आप श्री सूक्त व हनुमान बाहुक का पाठ करें। मेष व कर्क राशि के लोग आपके लिए हेल्पफुल हैं। मंगल व गुरु यानि ताम्र पात्र व धार्मिक पुस्तक का दान करें।
धनु राशि: शिक्षा व प्रतियोगिता में सफलता की प्राप्ति होगी। धन आगमन के संकेत हैं। किसी नई बिजनेस डील की संभवना रहेगी। गुरु व सूर्य से संबंधित द्रव्यों चने की दाल या गुड़ इत्यादि का दान करें।
मकर राशि: मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। कुंभ एवं कन्या राशि के जातक से लाभ मिलेगा। शनि व गुरु आर्थिक स्थिति में लाभ प्रदान करेंगे। शनि व बुध से सम्बंधित लोहे का पात्र या वस्त्र इत्यादि का दान करें।
कुम्भ राशि: व्यवसाय में संघर्ष रहेगा। कोई नया कार्य प्रारंभ करेंगे। पिता का आशीर्वाद लें। धन का आगमन होगा। अन्न दान करें। शनि व बुध से सबंधित द्रव्यों तिल व मूंग का दान करें।
मीन राशि: व्यवसाय में सफलता मिलेगी। जॉब को लेकर विवाद ना करें। कर्क व धनु राशि के लोगों से लाभ मिलेगा। गुरु से संबंधित चने की दाल का दान करें व मंगल से संबंधित ताम्र पात्र का दान करें।
1. जानिए क्या करें और क्या न करें:-
सनातन धर्म में वैशाख मास का काफी महत्व है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। इस साल यह शुभ तिथि 26 अप्रैल दिन रविवार को है और यह बेहद शुभ और सौभाग्यशाली माना जाता है। इस दिन स्नान, दान, जप, तप, श्राद्ध और अनुष्ठान का बहुत महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु ने परशुराम अवतार लिया था। मान्यता है कि इस दिन किए जाने वाले दान का फल अक्षय होता है यानी कई जन्मों तक इसका लाभ मिलता है। आइए जानते हैं अक्षय तृतीया पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं….
2. अक्षय तृतीया पर क्या करें:-
अक्षय तृतीया पर दान करने वाले व्यक्ति को वैकुंठ धाम में जगह मिलती है। इसलिए इसे दान का महापर्व माना गया है। इस दिन गंगा स्नान करके जौ का दान करना चाहिए। इससे मनुष्य के सभी पापा नाश हो जाते हैं।
3. नवग्रह की होती है शांति:-
अक्षय तृतीया पर कलश का दान व पूजन अक्षय फल प्रदान करता है। इस मधुर जल से भरे कलश को मंदिर या किसी जरूरतमंद को दान करने एवं द्वार आए गौ, याचक हेतु जल की व्यवस्था करने से ब्रह्मा, विष्णु और महेश की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही पितरों को भी अक्षय तृप्ति होती है और नवग्रह की शांति होती है अर्थात सभी ग्रह, पितरों और सभी देवी-देवता प्रसन्नचित होकर अक्षय शुभाशुभ शुभाशीष प्रदान करते हैं जिससे सभी नकरात्मक उर्जा समाप्त होता है और सकारात्मक उर्जा सबल होगा है।
4. इनका पाठ करना होता है बेहद शुभ:-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन श्रीरामचरित मानस का पाठ, विष्णुसह्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। साथ ही आपको भगवान विष्णु के दसावतार की कथा का पाठ करना चाहिए। इनका पाठ करने पर आपको ऋषियों और महान संतों के दर्शन का फल मिलता है।
5. इनकी विशेष कृपा होती है प्राप्त:-
अक्षय तृतीया पर तुलसी की जड़ को दूध से सींचे। भगवान विष्णु की पूजा को तुलसी पत्र के बिना अधूर माना जाता है अतः तुलसी पत्र युक्त भोग ही लगाना अनिवार्य होगा। ऐसा करने पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
6. क्या ना करें:-
अक्षय तृतीया के दिन कोई जरूरतमंद आए तो उसे खाली हाथ ना विदा करें। अक्षय तृतीया के दिन किया गया दान पुण्य का कभी क्षय नहीं होता है। इस दिन किए जाने वाले दान का फल अक्षय होता है यानी कई जन्मों तक इसका लाभ मिलता है।
7. माता लक्ष्मी नही आतीं घर:-
अक्षय तृतीया का दिन पुण्य कार्य करने का होता है। इस दिन ऐसा कोई कार्य ना करें, जिससे किसी के मन को दुख पहुंचे। साथ ही किसी से कड़वा बोलना भी अच्छा नहीं माना गया है। इस दिन स्वार्थ नीहित कार्य करना चाहिए। अगर आप दुसरों को दुख पहुंचाएंगे तो माता लक्ष्मी कभी नहीं आएंगी।
8. एक दिन पहले कर लें यह कार्य:-
अक्षय तृतीया का पर्व रविवार को है, इस दिन तुलसी का पत्ता नही तोड़ना चाहिए। भगवान विष्णु को तुलसी अर्पित करने के लिए एक दिन पहले ही तोड़कर रख लें। इस दिन तुलसी पूजा का विशेष महत्व माना गया है।
9. माना जाता है अशुभ:-
भविष्य पुराण में बताया गया है कि अक्षय तृतीया पर भूलकर भी उपनयन संस्कार नहीं करना चाहिए। इस दिन आपको पहली बार जनेऊ बिल्कुल धारण नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है ।