कमल की कलम से !
अगर आपकी दिलचस्पी स्वतंत्र भारत के आज तक के आदरणीय प्रधान मंत्रियों के बारे में हो तो चलिए आज हम आपको लिए चलते हैं प्रधान मंत्री संग्रहालय की सैर को.
आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में इस संग्रहालय के उद्घाटन के लिए संविधान निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती का दिन चुना गया. आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन करने के बाद इस संग्रहालय का पहला टिकट खरीददार भी बने.
यह संग्रहालय स्वतंत्रता के पश्चात देश के प्रधानमंत्रियों के जीवन और उनके योगदान के माध्यम से लिखी गई भारत की गाथा का वर्णन करता है.
देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सभी के व्यक्तित्व और कृतित्व का प्रदर्शन किया गया है.पहले इसे नेहरू मेमोरियल के नाम से जाना जाता था. इसका पुनर्निर्माण कर इसे नए सिरे से विकसित किया गया है.
इस संग्रहालय में जवाहर लाल नेहरू का चित्रण संस्थान निर्माता के रूप में किया गया है. इस संग्रहालय में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जीवन और योगदान के साथ उनको दुनिया भर से प्राप्त उपहारों का भी प्रदर्शन किया गया है.
प्रधानमंत्री संग्रहालय में दो ब्लॉक हैं. पहला ब्लॉक जो तत्कालीन तीन मूर्ति भवन था, वह है. वहीं दूसरा ब्लॉक नवनिर्मित भवन है. संग्रहालय के भवन का डिजाइन उभरते भारत की कहानी से प्रेरित है. इसमें ऊर्जा संरक्षण से जुड़ी तकनीक को शामिल किया गया है. खास बात यह है कि इसके निर्माण के दौरान न तो किसी पेड़ को काटा गया और न ही उसकी छंटाई ही हुई है.
यह संग्रहालय स्वतंत्रता संग्राम से लेकर देश के संविधान निर्माण तक की गाथा को भी सुनाता है. साथ ही यह भी बताता है कि कैसे हमारे देश के प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों के बावजूद भारत को नई राह दी और देश के सर्वांगीण विकास के लिए योगदान दिया, ताकि देश की प्रगति हो.
एक बहुत ही महत्वपूर्ण और दिलचस्प बात बतायें कि इस संग्रहालय में होलोग्राम, वर्चुअल रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी, इंटरेक्टिव कियोस्क, मल्टी-टच, मल्टीमीडिया, कम्प्यूटरीकृत काइनेटिक मूर्तियां, स्मार्टफोन एप्लिकेशन, इंटरेक्टिव स्क्रीन जैसे प्रेजेंटेशन इक्विपमेंट्स संग्रहालय को बहुत ही कम्यूनिकेटिव और आकर्षक स्वरूप दे रहे हैं.
संग्रहालय के लिए जानकारियों को प्रसार भारती, दूरदर्शन, फिल्म प्रभाग, संसद टीवी, रक्षा मंत्रालय, भारतीय और विदेशी मीडिया संगठनों जैसे संस्थानों के संसाधनों/संग्राहकों के माध्यम से एकत्र किया गया है. इसमें कुछ व्यक्तिगत वस्तुएं, उपहार और यादगार वस्तुएं जैसे सम्मान पत्रों, सम्मान उपहार, प्रदान किए गए पदक, स्मारक टिकट, सिक्के आदि समेत प्रधानमंत्रियों के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है.
संग्रहालय में कुल मिलाकर 43 गैलरी हैं. सब पर संख्या अंकित है. जिसे दबा कर आप उसके बारे में ऑडियो गाइड की मदद से सब सुन सकते हैं.
इस संग्रहालय में आप 100 रुपये का टिकट कटाकर ही प्रवेश कर सकेंगे. प्रधानमंत्रियों के बारे में जानने के अलावा आपको यहां फोटो खिंचवाने के अवसर भी मिल रहे हैं. आप अपनी पसंद के पूर्व या मौजूदा प्रधानमंत्री के साथ वर्चुअल तकनीक से तस्वीर खिंचवा सकेंगे। इसे नाम दिया गया है सेल्फी विथ पी एम.
इसके लिए आपसे अतिरिक्त पैसे लिए जाते हैं. प्रति प्रधानमंत्री 20 रुपये.
टिकट प्राप्त करते ही आपको एक ऑडियो गाइड दे दिया जाता है जिसे आप कान में लगाकर हर जगह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.इसे आप नीचे चित्र में मेरे कान में लगा हुआ देख सकते हैं.
कैसे पहुँचें ?
यहाँ तक पहुँचना बहुत आसान है.डी टी सी के बस संख्या 604 , 535 , 783 , 793 , 890 , 720
से आप यहाँ पहुँच सकते हैं.
मेट्रो स्टेशन है लोक कल्याण मार्ग.
निजी वाहन से जाने पर प्रवेश द्वार के समीप ही पार्किंग की बहुत अच्छी और निःशुल्क व्यवस्था है.