राजीवनगर में जलाई गई प्रज्ञा के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन व सभासमर्थ नारी समर्थ भारत के सदस्यों ने पुनाईचक में राष्ट्रीय सह संयोजिका माया श्रीवास्तव के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और सभा की। सभा को सम्बोधित करते हुए माया श्रीवास्तव ने महिलाएं के ऊपर बढ़ रहे अत्याचार की घटना पर सरकार का संवेदनशील नही रहने पर गंभीर चिंता ब्यक्त की। राजीवनगर रोड नम्बर 17 में 28 मई को ही जला कर मार दी गयी मधुबनी जिले की भच्छी गांव की प्रज्ञा आनन्द के हत्यारे, आज दो महीने के बाद भी गिरफ्तार नही हुआ। प्रज्ञा को
जलाकर मारने वाली उसकी सास रुमा लाल और ससुर के एम लाल खुले आम पटना में घूम रहे है लेकिन पुलिस गिरफ्तार नही करती है। के एम लाल रिटायर्ड डीएसपी है, इस कारण पुलिस उन्हें गिरफ्तार नही कर रही। जबकि एएसपी बिधि व्यबस्था पटना ने एक जून को ही प्रज्ञा के सास रोमा लाल ससुर रिटायर्ड डीएसपी के एम लाल व पति सुमित आनन्द को गिरफ्तार करने का आदेश राजीवनगर थाना को दिया साथ ही गिरफ्तारी न होने पर कुर्की जब्ती करने का भी आदेश जारी भी किया थ। परन्तु आज दो महीने से ऊपर होने के बाबजूद पुलिस ने अब तक न तो गिरफ्तारी की है और न ही कुर्की जब्ती के लिये कार्रवाई की है। जबकि रिटायर्ड डीएसपी के एम लाल खुले आम पटना में घूम रहा है और अग्रिम बेल के लिये वकील से मिल रहा है। पर राजीवनगर पुलिस चुप चाप तमाशा देख रही है।
संगठन प्रज्ञा के हत्यारे को अब तक गिरफ्तार नही करने की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री और डीजीपी को पुनः पत्र भेज कर विशेष पुलिस टीम का गठन कर रिटायर डीएसपी के एम लाल और उसकी पत्नी रोमा उर्फ रूमा लाल की गिरफ्तारी की मांग की है। दस दिनों में गिरफ्तारी नही होने पर महिलाएं राजीवनगर थाना और एएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन करेगी । गरीब व निर्बल महिलाओं की आवाज पर पुलिस चुप रहती है,अपराधी को गिरफ्तार करने के बजाय खुला छोड़ दे रही है। अगर यही घटना किसी विधायक, सांसद,मंत्री ,अधिकारी राजनेता के बेटी के साथ हुई होती तो आज पुलिस पाताल से जाकर ले आती ,चुकी प्रज्ञा गरीब की बेटी है इसलिए अभी तक गिरफ्तारी नही हुई है। संगठन की प्रदेश संयोजिका संगीता सिन्हा ने कहा कि हम महिलाएं प्रज्ञा आनन्द को इंसाफ दिलाने के लिये प्रतिबद्ध है। हर हाल प्रज्ञा को जलाकर मारने बाले दुधमुंहे बच्चे को यतीम करने बाले डीएसपी केएम लाल और महिला के नाम पर कलंक रूमा लाल को जेल भेजवा कर दम लेगी।लाॅकडाउन के बाद महिलाएं सड़क पर तीन अगस्त से उतरेगी।
इस अवसर पर प्रदेश संयोजिका संगीता सिन्हा, प्रदेश सह संयोजिका ज्योति प्रसाद , पुष्पा पाठक, नीरू सिंह , किरण ठाकुर , क्रांति देवी, रेखा देवी , उषा देवी, खुशवु देवी ,ममता कुमारी, प्रिया रानी ,ललिता आदि महिला उपस्थित थी। जिन्होंने एक मत से प्रज्ञा आनन्द को इंसाफ दिलाने के लिये हर मोर्चे पर खड़े रहने का संकल्प और आवाज बुलंद करने का संकल्प लिया।