प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वैश्विक शांति और संघर्षों के बीच शांति के लिए भारत एक सामर्थ्य वान राष्ट्र की भूमिका निभा रहा है। भारत आज दुनिया की नई उम्मीद है। ऐसे में युवाओं को संकल्प के साथ नए भारत के निर्माण के लिए अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
पुरानी सांस्कृतिक धरोहर और नई सोच के साथ बढ़ रहा भारत
दरअसल, पीएम मोदी ने गुजरात के वडोदरा में में आयोजित ‘युवा शिविर’ को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया।। पीएम मोदी ने कहा कि आज हम नए भारत के निर्माण के लिए सामूहिक संकल्प के साथ प्रयास कर रहे हैं। यह नया भारत आगे की ओर देख रहा है और प्राचीन परंपराओं को भी साथ लेकर चल रहा है। सदियों पुरानी सांस्कृतिक धरोहर और नई सोच को लेकर बढ़ रहा नया भारत पूरी मानव जाति को दिशा देने का काम करेगा।
जहां समस्याएं हैं, भारत समाधान लेकर आया
पीएम ने सामूहिक संकल्प लेने और नए भारत के निर्माण के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एक नया भारत, जिसकी पहचान नई, अग्रगामी और परंपराएं प्राचीन हैं। एक नया भारत, जो नई सोच और सदियों पुरानी संस्कृति दोनों को साथ लेकर आगे बढ़े और पूरी मानव जाति को दिशा दे। पीएम ने आगे कहा, “जहां भी चुनौतियां हैं, भारत उम्मीद के साथ मौजूद है, जहां भी समस्याएं हैं, भारत समाधान लेकर सामने आया है।”
भारत मानवता को योग का रास्ता सिखा रहा
इस दौरान पीएम मोदी ने विश्व में भारत की भूमिका का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हमने वैक्सीन और दवाइयां पहुंचाईं। विश्व को आज उम्मीद है कि वैश्विक संघर्षों के बीच भारत एक समर्थवान राष्ट्र के तौर पर बड़ी भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि भारत मानवता को योग का रास्ता सिखा रहा है। आयुर्वेद से परिचित करा रहा है। सॉफ्टवेयर से लेकर स्पेस तक भविष्य की ओर बढ़ रहे देश के रूप में भी उभर रहा है।
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप सिस्टम
पीएम मोदी ने कहा कि हम पूरी मानवता को योग का मार्ग दिखा रहे हैं, हम उन्हें आयुर्वेद की शक्ति से परिचित करा रहे हैं। आज लोगों की भागीदारी बढ़ने के साथ-साथ सरकार की कार्यशैली और समाज की सोच में भी बदलाव आया है। आज भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप सिस्टम है, जिसका नेतृत्व भारत के युवा कर रहे हैं।
संस्कार के 6 अर्थ
“सॉफ्टवेयर टू स्पेस में, हम एक नए भविष्य के लिए तैयार देश के रूप में उभर रहे हैं। हमारे लिए संस्कार का अर्थ है शिक्षा, सेवा और संवेदनशीलता, समर्पण, दृढ़ संकल्प और शक्ति! हम अपना उत्थान करते हुए दूसरों के कल्याण का माध्यम बने यही हमारी आशा है। हम सफलता के शिखर को छुएं लेकिन सफलता सब की सेवा का जरिया बने यह हमारी कामना होनी चाहिए।
वडोदरा दुनिया भर में हो रहा मशहूर
इस दौरान पीएम ने वडोदरा के साथ अपने लंबे जुड़ाव को याद किया और अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन में इस स्थान के महत्व का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के साथ वडोदरा वैश्विक आकर्षण यानि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का एक महत्वपूर्ण आधार बन गया है। इसी तरह पावागढ़ मंदिर भी हर तरफ से लोगों को आकर्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि ‘संस्कार नगरी’ वडोदरा दुनिया भर में मशहूर हो रहा है क्योंकि वडोदरा में बने मेट्रो कोचों का विश्व स्तर पर उपयोग किया जाता है, यही वडोदरा की ताकत है।
2023 तक डिजिटल भुगतान का आह्वान
पीएम ने कहा कि हालांकि हमें आजादी की लड़ाई में देश के लिए योगदान देने का मौका नहीं मिला, लेकिन हम देश के लिए जी सकते हैं। उन्होंने पूछा, “क्या हम 15 अगस्त 2023 तक नकद से लेनदेन बंद कर सकते हैं और डिजिटल भुगतान को अपना सकते हैं? आपका छोटा सा योगदान छोटे व्यवसायों और विक्रेताओं के जीवन में बहुत बड़ा अंतर पैदा कर सकता है। इसी प्रकार स्वच्छता एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने तथा कुपोषण को रोकने का संकल्प लिया जाए।
वहीं पीएम मोदी ने काशी के घाटों की सफाई के लिए नागालैंड की एक लड़की के अभियान का भी जिक्र किया। उसने अकेले शुरुआत की लेकिन कई लोगों ने उसमें शामिल हो गए। यह संकल्प की शक्ति को दर्शाता है। इसी तरह, पीएम ने देश की मदद के लिए बिजली बचाने या प्राकृतिक खेती को अपनाने जैसे छोटे उपायों का अभ्यास करने के लिए कहा।
बता दें कि इस शिविर का उद्देश्य एक भारत श्रेष्ठ भारत आत्मनिर्भर भारत स्वच्छ भारत आदि जैसी पहल के माध्यम से युवाओं को एक नए भारत के निर्माण में भागीदार बनाना भी है।