पीएम मोदी ने 22 मार्च, 2023 को देश में कोविड-19 और इन्फ्लुएंजा की स्थिति का आकलन करने के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों का भी जायजा भी लिया।
इन तैयारियों की हुई समीक्षा
इनमें हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक संबंधी तैयारी, टीकाकरण अभियान की स्थिति, कोविड-19 के नए वेरिएंट और इन्फ्लुएंजा के वेरिएंट का संक्रमण और देश के लिए उनके जनस्वास्थ्य को लेकर निहितार्थ शामिल है। यह उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक देश में इन्फ्लुएंजा के मामलों में वृद्धि और पिछले 2 हफ्तों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए की गई।
इसी बीच स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने विश्व भर में कोविड-19 स्थिति को कवर करते हुए भारत में इसके बढ़ते मामलों के बारे में एक व्यापक प्रस्तुति दी। पीएम मोदी को बताया गया कि 22 मार्च, 2023 को समाप्त सप्ताह में भारत में नए मामलों में मामूली वृद्धि देखी गई है। इसमें औसत दैनिक मामले 888 और साप्ताहिक संक्रमण दर 0.98 प्रतिशत दर्ज की गई है। हालांकि, उसी सप्ताह के दौरान वैश्विक स्तर पर 1.08 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज किए गए हैं।
दवा की कीमतों की दी गई जानकारी
22 दिसंबर, 2022 को हुई पिछली कोविड-19 समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर की गई कार्रवाई की भी जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि कोविड की 20 मुख्य दवाओं, 12 अन्य दवाओं, 8 बफर दवाओं और 1 इन्फ्लुएंजा की दवा की उपलब्धता और कीमतों पर नजर रखी जा रही है। 27 दिसंबर, 2022 को 22,000 अस्पतालों में एक मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई और उसके बाद अस्पतालों द्वारा कई उपचारात्मक उपाय किए गए।
पीएम मोदी को देश में विशेष रूप से पिछले कुछ महीनों में एच1एन1 और एच3एन2 के मामलों की अधिक संख्या के संबंध में इन्फ्लुएंजा की स्थिति से अवगत कराया गया। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को निर्दिष्ट इंसाकॉग (INSACOG) जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशालाओं के साथ संक्रमण के नमूनों के संपूर्ण जीनोम सीक्वेंसिंग को बढ़ाने का निर्देश दिया। यह नए वेरिएंट की ट्रैकिंग, यदि कोई हो, और समय पर उससे निपटने में मदद करेगा।
PM ने सावधानी बरतने का किया आग्रह
पीएम ने मरीजों, स्वास्थ्य पेशेवरों और स्वास्थ्य कर्मियों दोनों द्वारा अस्पताल परिसर में मास्क पहनने सहित कोविड उपयुक्त व्यवहार पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जब वरिष्ठ नागरिक और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाते हैं तो मास्क पहनने की सलाह दी जाए।
उन्होंने निर्देश दिया कि राज्यों के साथ आईआरआई/एसएआरआई मामलों की प्रभावी निगरानी और इन्फ्लुएंजा, SARS-CoV-2और एडेनोवायरस के परीक्षण का पालन किया जाए। इसके अलावा, पीएम मोदी ने पर्याप्त बिस्तरों और स्वास्थ्य क्षेत्र में मानव संसाधनों की उपलब्धता के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लुएंजा और कोविड-19 के लिए आवश्यक दवाओं और रसद की उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
कितने मामले आए सामने ?
• भारत में हाल ही में कोविड-19 के औसत दैनिक मामले 888 आए हैं।
• दैनिक सकारात्मकता 1.09% दर्ज की गई जबकि साप्ताहिक सकारात्मकता 0.98% आंकी गई।
• हालांकि, एक ही सप्ताह के दौरान वैश्विक स्तर पर प्रतिदिन औसतन 1.08 लाख मामले दर्ज किए गए हैं।
• 22 मार्च, 2023 को, भारत में कोविड-19 के 1,134 नए मामले दर्ज किए गए- नवंबर के बाद से सबसे अधिक – सक्रिय मामलों की संख्या 7,026 हो गई है।
• छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र और केरल में से एक-एक से पांच लोगों की मौत की सूचना मिली, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 5,30,813 हो गई है।
अलर्ट पर राज्य
• केंद्र ने हाल ही में कोविड-19 के लिए राज्यों से परीक्षण, ट्रैक, उपचार और टीकाकरण की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है।
• महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि इन राज्यों में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं।
इन दो वायरस पर रखी जा रही नजर
• सार्स-2 के नए एक्सबीबी.1.16 वैरिएंट को कोविड-19 मामलों के लिए , वहीं एच3एन2 इन्फ्लुएंजा ए वायरस को इन्फ्लुएंजा के जिम्मेदार माना जा रहा है।
• हालांकि, एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि एक्सबीबी.1.16 वैरिएंट से घबराना नहीं चाहिए क्योंकि यह गंभीर बीमारी और मौतों का कारण नहीं बनता।
• उन्होंने कहा कि वायरस समय के साथ विकसित होता है, और यह कोविड और इन्फ्लूएंजा दोनों के साथ होता है और इसे एंटीजेनिक ड्रिफ्ट कहा जाता है।