पीएम मोदी ने कहा कि सबसे बड़े लोकतंत्र और सबसे पुराने लोकतंत्र के तौर पर भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका वास्तव में स्वाभाविक भागीदार हैं। हमारे समान मूल्य हैं, समान भू-राजनीतिक हित हैं और हमारा समन्वअपने चार दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरुवार को अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मिलकर उनको भारत आने का न्योता दिया। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी किया। पीएम मोदी ने कमला हैरिस से कहा है कि आपकी विजय यात्रा ऐतिहासिक है। भारत के लोग भी चाहेंगे कि भारत में आपकी इस ऐतिहासिक विजय यात्रा को सम्मानित करें, आपका स्वागत करें, इसलिए मैं आपको विशेष रूप से भारत आने का निमंत्रण देता हूं।
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अमेरिका में स्वागत करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेेन्द्र मोदी जी आपका वाशिंगटन डीसी में स्वागत करना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि जब भी हम दोनों देश एक दूसरे के साथ खड़े हुए हैं, दोनों देशों ने खुद को ज्यादा सुरक्षित, मज़बूत और समृद्ध समझा है। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि भारत, अमेरिका का महत्वपूर्ण सहयोगी है।
भारत की सहायता के लिए दिया धन्यवाद
पीएम मोदी ने स्वागत के लिए कमला हैरिस का आभार व्यक्त किया और कहा कि गर्मजोशी से मेरा और मेरे प्रतिनिधिमंडल के स्वागत के लिए आपका आभारी हूं। कुछ माह पहले टेलीफोन पर आपसे विस्तार से बात करने का मौका मिला था। वो समय था जब भारत कोरोना महामारी की दूसरी लहर से बहुत पीड़ित था। उस समय आप ने जिस तरह से आत्मीयता से भारत की चिंता की, सहायता के लिए जो कदम बढ़ाए, उसके लिए मैं एक बार फिर आपका आभार व्यक्त करता हूं।
उपराष्ट्रपति ने की भारत में वैक्सीनेशन की सराहना
हैरिस ने भारत में कोरोना वैक्सीनेशन की सराहना करते हुए कहा कि भारत वैक्सीनेशन के लिए दूसरे देशों के लिए महत्वपूर्ण स्त्रोत रहा है और जल्द ही वैक्सीन निर्यात फिर से शुरू करने वाला है। मैं इसका स्वागत करती हूं। वहां हर दिन एक करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है, जो बहुत ही प्रभावशाली कदम है।
भारतीय मूल के लोग सेतु की तरह
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच बहुत जीवंत और मजबूत लोगों से लोगों के बीच के जो संबंध हैं, आप यह अच्छी तरह से जानते हैं। भारतीय मूल के 40 लाख से अधिक लोग दोनों देशों के बीच एक सेतु है, दोस्ती का सेतु है और हमारे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं और समाजों में उनका योगदान वास्तव में बहुत प्रशंसनीय है।
सबसे बड़े लोकतंत्र और सबसे पुराने लोकतंत्र के रूप में भागीदारीय और सहयोग भी लगातार बढ़ रहा है। आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने के लिए नई और उभरती प्रौद्योगिकियों का संबंध और अंतरिक्ष, ये दो क्षेत्र विशेष रुचि के क्षेत्र हैं। ये ऐसे क्षेत्र हैं जो मेरे लिए भी विशेष रुचि के हैं और विशेष प्राथमिकता वाले हैं और ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां इन दोनों देशों का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण है।
साभार : NewsOnAir