प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दूसरे दिन वाशिंगटन पहुंचे। वहां उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन से मुलाकात हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने बाइडेन दंपति को विशेष उपहार दिए।
गौरतलब हो, पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को वनस्पतियों और जीवों के पैटर्न के साथ नक्काशीदार एक हस्तनिर्मित चंदन बॉक्स उपहार में दिया। यह बॉक्स जयपुर, राजस्थान के एक मास्टर शिल्पकार द्वारा मैसूर, कर्नाटक से प्राप्त चंदन का उपयोग करके बनाया गया है।
गौरतलब हो पीएम मोदी इस समय अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर हैं। यात्रा के पहले दिन यानी 21 जून को वे न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय (UNHQ) में आयोजित 9वें ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ समारोह में शामिल हुए थे।
पीएम मोदी ने गुरुवार को अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए इसका एक वीडियो भी साझा किया। ट्वीट में उन्होंने लिखा- यहां न्यूयॉर्क शहर में #YogaDay कार्यक्रम की यादगार झलकियां दी गई हैं…
Here are memorable highlights from the #YogaDay programme in New York City… pic.twitter.com/roNQMXfmeq
— Narendra Modi (@narendramodi) June 22, 2023
पीएम मोदी ने ट्वीट कर शेयर की तस्वीरें
वहीं, बुधवार को योग दिवस कार्यक्रम के पश्चात् पीएम मोदी वाशिंगटन पहुंचे। वहां उन्हें अमेरिकी सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद वे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन से मिले। इसी बीच पीएम मोदी ने बाइडेन दंपति को कई उपहार सौंपे, जिनमें चार खास डिब्बे हैं। पीएम मोदी ने बाइडेन दंपति को उपहार देते समय खींची गई तस्वीरों को भी अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है।
I thank @POTUS @JoeBiden and @FLOTUS @DrBiden for hosting me at the White House today. We had a great conversation on several subjects. pic.twitter.com/AUahgV6ebM
— Narendra Modi (@narendramodi) June 22, 2023
पंजाब का घी, महाराष्ट्र का गुण
पीएम मोदी ने बाइडेन को जो चार डिब्बे सौंपे हैं, उनमें एक डिब्बे में पंजाब का घी है। दूसरे में झारखंड से प्राप्त हाथ से बुना हुआ बनावट वाला टसर रेशम का कपड़ा। तीसरे में उत्तराखंड से प्राप्त लंबे दाने वाला चावल। इसके अलावा, चौथे बॉक्स में गुड़ है, जो महाराष्ट्र से मंगाया गया है।
10 दान राशि वाला डिब्बा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाइडेन दंपति को दस दानराशि वाला एक डिब्बा भी दिया है। गौदान (गाय का दान) के लिए गाय के स्थान पर पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा एक नाजुक हस्तनिर्मित चांदी का नारियल दिया गया है। भूदान (भूमि का दान) के लिए भूमि के स्थान पर मैसूर, कर्नाटक से प्राप्त चंदन का एक सुगंधित टुकड़ा दिया गया है। तिलदान (तिल के बीज का दान) के लिए तमिलनाडु से लाए गए तिल या सफेद तिल के बीज चढ़ाए गए हैं। राजस्थान में हस्तनिर्मित, यह सोने का सिक्का हिरण्यदान (सोने का दान) के रूप में पेश किया है। इस डिब्बे में एक चांदी का सिक्का भी है, जिसे राजस्थान के कारीगरों ने सौंदर्यपूर्ण ढंग से तैयार किया है। इसे रौप्यदान (चांदी का दान) के रूप में पेश किया गया है।
गणेश की मूर्ति के साथ दिया गुजरात का नमक
केवल इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने बाइडेन दंपति को नमक के दान के रूप में गुजरात का नमक भेंट किया है। चंदन के एक डिब्बे में गणेश की मूर्ति दी, जो कोलकाता की पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के एक परिवार द्वारा हस्तनिर्मित है। दिए गए उपहारों में एक चांदी का दीपक भी है, जिसे कोलकाता में पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के परिवार ने हाथों से बनाया है।
7.5 कैरेट का हरा हीरा भी किया भेंट
इसके अलावा पीएम मोदी ने प्रथम महिला जिल बाइडेन को प्रयोगशाला में विकसित 7.5 कैरेट का हरा हीरा भी भेंट किया, जो पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ धरती से खोदे गए हीरों के रासायनिक और ऑप्टिकल गुणों को दर्शाता है। हीरे को पपीयर मेशी बॉक्स में रखा गया है, जो कश्मीर के उत्कृष्ट शिल्प कौशल को प्रदर्शित करता है।
राष्ट्रपति बाइडेन को द टेन प्रिंसिपल उपनिषद किया भेंट
इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति बाइडेन को द टेन प्रिंसिपल उपनिषद पुस्तक के अंग्रेजी अनुवाद का पहला संस्करण प्रिंट उपहार में दिया। यह पुस्तक बाइडेन के पसंदीदा आयरिश कवि विलियम बटलर येट्स और पुरोहित स्वामी द्वारा सह-लिखित है, जो भारतीय आध्यात्मिकता के लिए साझा प्रशंसा और भारतीय कवि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के प्रभाव पर प्रकाश डालती है।