प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में 3000 से अधिक EWS फ्लैटों की गरीबों को देंगे सौगात

 

हर किसी का सपना होता है कि जीवन में उसके पास अपना घर हो और इसके लिए वह अपनी पूरी जिंदगी की जमा-पूंजी खर्च देता है। अपने सपनों का घर तैयार कर पाने में बहुत से लोग सक्षम होतें हैं लेकिन काफी लोग ऐसे भी हैं जो इस सपने को केवल अपनी आंखों में संजो तो पाते हैं मगर हकीकत में उसे कभी पूरा नहीं कर पाते। पीएम मोदी के नेतृत्व में अब ऐसे हर शख्स का सपना हकीकत में तब्दील हो रहा है।

हर गरीब के सिर पर होगी पक्की छत

जी हां, पीएम मोदी नेतृत्व में किए गए निरंतर प्रयासों का ही फल रहा है कि देश में बड़ी तेज गति से गरीबों को सिर ढकने के लिए पक्की छत मिल रही है। इसी कड़ी में पीएम मोदी आज बुधवार को ‘इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन’ (In-Situ Slum Rehabilitation) प्रोजेक्ट के तहत झुग्गीवासियों के पुनर्वास के लिए दिल्ली के कालकाजी में बनाए गए 3,024 नवनिर्मित EWS फ्लैटों का उद्घाटन करेंगे और दिल्ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम के दौरान शाम 4:30 बजे भूमिहीन कैंप में पात्र लाभार्थियों को फ्लैटों की चाबियां सौंपेंगे।

फ्लैट में दी गई हैं ये सुविधाएं

जानकारी के लिए बता दें, परियोजना का पहला चरण पूरा हो चुका है और 3024 फ्लैट बनकर तैयार हैं। इन फ्लैटों का निर्माण लगभग 345 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। ये सभी फ्लैट नागरिक सुविधाओं से लैस हैं। इन्हें विट्रिफाइड फर्श टाइल्स, सिरेमिक टाइल्स, रसोई में उदयपुर ग्रीन मार्बल काउंटर इत्यादि का इस्तेमाल कर तैयार किया गया है। वहीं सामुदायिक पार्क, इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, दोहरी पानी पाइपलाइन जैसी सार्वजनिक सुविधाएं, स्वच्छ जल आपूर्ति इत्यादि के लिए लिफ्ट, भूमिगत जलाशय आदि भी उपलब्ध कराए गए हैं।

376 झुग्गी-झोपड़ी क्‍लस्‍टरों में पुनर्वास का हो रहा कार्य

सभी के लिए आवास उपलब्ध कराने के पीएम मोदी के विजन के अनुरूप, दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) द्वारा 376 झुग्गी झोपड़ी क्‍लस्‍टरों में यथास्थान झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास का कार्य किया जा रहा है। इस पुनर्वास परियोजना का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ी क्‍लस्‍टरों में रहने वालों को उचित सुख-साधनों एवं सुविधाओं से लैस बेहतर और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है।

ऐसी तीन परियोजनाएं की गई शुरू

डीडीए ने कालकाजी एक्सटेंशन, जेलरवाला बाग और कठपुतली कॉलोनी में ऐसी तीन परियोजनाएं शुरू की हैं। कालकाजी एक्सटेंशन परियोजना के अंतर्गत कालकाजी स्थित भूमिहीन कैंप, नवजीवन कैंप और जवाहर कैंप नामक तीन झुग्‍गी-झोपड़ी क्‍लस्‍टरों का यथास्थान पुनर्वास चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। चरण-I के तहत, खाली पड़े एक नजदीकी वाणिज्यिक केंद्र स्थल पर 3,024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण किया गया है।

आगे की ये होगी योजना

भूमिहीन कैंप के पात्र परिवारों को नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में पुनर्वासित करके भूमिहीन कैंप की झुग्गी-झोपड़ी वाली जगह को खाली किया जाएगा। भूमिहीन कैंप वाली जगह खाली कराने के बाद, इस जगह का उपयोग दूसरे चरण में नवजीवन कैंप और जवाहर कैंप के पुनर्वास के लिए किया जाएगा।

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