पितृपक्ष मेला की तैयारी अभी भी अधूरी, 12 सितम्बर से होगा शुभारंभ
गया में आयोजित होने वाले पितृपक्ष मेला में अब एक दिन और बचे हैं पर अभी तक यह पुरी तरह से तैयार नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि गया के विष्णुपद मंदिर क्षेत्र में स्थित है वैतरणी तालाब, जहां देश और दुनिया से हिंदू धर्मावलंबी अपने पितरों के मोक्ष की प्राप्ति के लिए आते हैं। यहाँ वे लोग अपने पितरों को पिंडदान और उनका तर्पण करते हैं, ताकि उन के पितरों की आत्मा की शांति मिले और मोक्ष की प्राप्ति हो जाए।
अब पितृपक्ष मेला के मात्र एक ही दिन बचे हैं। 12 सितंबर को पितृपक्ष मेला का शुभारंभ होने वाला है।
12 सितंबर से लगातार 15 दिनों तक बैतरणी तालाब में पिंडदान किया जाता है। अभी स्थिति यह है की पूर्णरूपेण तैयार भी नहीं हुआ है।
इस बाबत जिलाधिकारी का आदेश था 8 सितंबर तक सारे तालाब मुकम्मल हो जाना चाहिए। पर अभी भी बड़े मिट्टी के ढेर तालाब में ही स्थित है। उसे निकालने की प्रक्रिया पुरी नहीं हो पायी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक तालाब के किनारे चारदीवारी भी पूरी तरह कंप्लीट नहीं हुई है।
ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दो दिनों में यह काम पुरा होना मुश्किल लग रहा है।
देश दुनिया से आने वाले लोग क्या अनुभव लेकर जायेंगे यह तो वक्त बतायेगा। बताते चलें कि टाइल्स लगाने का काम भी अभी पूरी तरह कंप्लीट नहीं हो पाया है।