वंदे मातरम फाउण्डेशन के सौजन्य से अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजधानी पटना में कंचन रत्न सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश की बेटी ऋषा भारद्वाज को (मोटिवेशनल स्पीकर, कनटेन्ट राइटर) के तौर पर उल्लेखनीय योगदान को देखते हुये कंचन रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।
ऋषा भारद्वाज ने बताया कि वह पेशे से शिक्षिका है और अपने यूटूब चैनल दिल की आवाज मोटिवेशनल के जरिये हिमाचल के लोगों को मोटिवेट करने का काम करती है जिससे वे अपने टैलेंट को पहचान कर आगे बढ़े। उन्होंने बताया कि वह सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम और टि्वटर पर लोगों को मोटिवेट करती है।उन्होंने बताया कि उनकी ससुराल उना में है। शादी के बाद भी मुझे ससुराल परिवार के लोगों का सपोर्ट मिला है जिससे मैंने मोटिवेशनल स्पीकर और कंटेट राइटर के तौर पर अपनी पहचान बनायी है। मैं हिमाचल प्रदेश की पहली महिला हूँ जिसे मोटिवेशनल स्पीकर और कंटेट राइटर का पुरस्कार मिला है। उन्होंने अपनी सास सोमा देवी, ससुर स्वर्गीय केवल कुमार, दादी सास कश्मीरी देवी, पति मंदीप भोगल, पिता विजय कुमार भारद्वाज और मां कृष्णा भारद्वाज के प्रति आभार जताया कि उन्होंने उन्हें हर कदम सपोर्ट किया है। ऋषा भारद्वाज ने बताया कि उन्होंने बीटेक (आइटी) की पढ़ाई पूरी की है जिसके बाद उन्होंने दिल्ली में आइटी प्रोजेक्ट कोओर्डिनेटर के तौर पर तीन साल काम किया। उन्होंने बताया कि उनकी पांच साल की बेटी काश्वी भोगल है।