बिहार पत्रिका/पारस नाथ पटना
साल 2020 लगते ही बिहार की चुनावी चर्चा जोर पकड़ने लगी है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी के विधान परिषद् सदस्य (MLC) संजय पासवान ने एक ऐसा बयान दिया है, जो राज्य की सियासत में गर्मी पैदा करने वाला है. संजय पासवान ने कहा है कि बिहार की जनता किसी बीजेपी नेता को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है.इस मंशा के साथ ही संजय पासवान ने अपने प्रमुख सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को झटका देते हुए कहा है कि बिहार में सबसे मजबूत और सबसे ज्यादा सक्रिय पार्टी भारतीय जनता पार्टी है. इसके साथ ही संजय पासवान ने ये भी कहा कि अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुशील मोदी का ही होगा, लेकिन बिहार में बीजेपी अपने दम पर चुनाव जीतने में सक्षम है.संजय पासवान का यह बयान इसलिए महत्वूर्ण है क्योंकि बिहार में जेडीयू-बीजेपी-एलजेपी गठबंधन की सरकार है, जिसकी कमान जेडीयू नेता नीतीश कुमार संभाल रहे हैं. आरजेडी प्रमुख लालू यादव के जेल जाने के बाद बिहार की मौजूदा सियासत में नीतीश कुमार सबसे बड़ा राजनीतिक चेहरा हैं. इतना ही नहीं, 278 दिन के ब्रेक को छोड़ दें तो नीतीश कुमार 2005 से लगातार बिहार के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और बीजेपी के साथ गठबंधन में हमेशा बड़े भाई की भूमिका में रहे हैं.हाल ही में एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी नीतीश कुमार की भूमिका को सराहा था. साथ ही शाह ने स्पष्ट तौर पर नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी. अमित शाह ने साफ कहा था कि हमारे मुख्यमंत्री का चेहरा नीतीश कुमार होंगे.