सिवान, 28 जुलाई: गोपालगंज में सात समेत पूरे राज्य में 23 बांध टूट चुके हैं। आम जनता बाढ़ से परेशान हैं और सुशासन क्वारंटाइन है। नीतीश कुमार अपने बंगले में कैद है और उनके मंत्री लूट मचा रहे हैं। मैंने जांच की मांग की थी लेकिन मुझे अब शक है कि टूटे हुए बांधों की जांच भी नहीं होगी क्योंकि वोट के समय कोई जांच नहीं होती है। उक्त बातें जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।
आगे उन्होंने कहा कि ऐसा पहला बार नहीं है जब बिहार में बांध टूटा हो। इससे पहले कहलगांव और कई जिलों में ऐसा हो चुका है। और इसका दोष चूहों पर मढ़ दिया जाता है। अगर हम सरकार में आते हैं तो तीन साल में बिहार को एशिया का सबसे विकसित राज्य बनाएंगे और जनता को बाढ़ से मुक्ति दिलाएंगे।
पटना में जलजमाव के समय उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी हाफ पैंट में घर छोड़ भाग गए थे। उन्होंने जनता की चिंता नहीं की। मैंने करोड़ों रुपए खर्च कर कई दिनों तक फंसे हुए लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई। इस बाढ़ में भी हम लगातार काम कर रहे हैं।
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के ईलाज पर पप्पू यादव ने कहा कि अस्पताल में अच्छे ढ़ंग से ईलाज नहीं हो रहा। एम्स में कोरोना के मरीज ने आत्महत्या कर ली। बेतिया में भाजपा नगर अध्यक्ष की मौत हो गई। मरीजों को कोई देखना वाला नहीं है और वेंटिलेटर की भारी कमी है। जांच की संख्या बढ़ाकर प्रतिदिन पचास हजार की जानी चाहिए।
कोरोना से लड़ाई में सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि बिहार सरकार ने कोरोना काल में 8,400 करोड़ रुपए खर्च किए लेकिन किस लिए किए, किस चींज पर किए किसी को नहीं मालूम। प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए जाप के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेमचन्द सिंह ने कहा बाढ़ को रोकने में पूरी सरकार विफल हैं। प्रशासन लोंगो के लिए नाव तक का इंतजाम नहीं कर पा रहा हैं। जाप का एक एक कार्यकर्ता आपदा की इस घड़ी में तन मन और धन से लगा हुआ हैं। जाप पार्टी दिन रात एक कर बाढ़ पीड़ितों की सेवा कर रही हैं।