सीमा सुरक्षा बल ने एक बार फिर पाकिस्तान की बड़ी साजिश को नाकाम बना दिया है। भारतीय सीमा में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के इरादे से बनाई गई सुरंग का पता लगा है। जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर क्षेत्र के नजदीक एक सुंरग मिली है। ये सुरंग भारतीय सुरक्षाबलों को शुक्रवार को मिली थी। यह सुरंग जिला सांबा में सीमा के साथ बनाई गई है जो पाकिस्तान में शुरू होती है और सांबा में समाप्त होती है।
जम्मू बीएसएफ आईजी एनएस जम्वाल इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सुरंग जीरो लाइन से भारतीय क्षेत्र की ओर लगभग 170 मीटर लंबी है। इसके अलावा सुरंग की गहराई 25 फीट जबकि मुंह की गोलाई 3-4 फीट के करीब है।सुरंग के पास जो रेत की बोरी मिली है उस पर कराची और शकरगढ़ लिखा हुआ है। इसके अलावा रेत की बोरी पर टेलीफोन नंबर भी छपे हुए हैं। बॉर्डर एरिया में इतनी बड़ी सुरंग पाकिस्तान रेंजर्स और दूसरी एजेंसियों के अप्रूवल के बिना नहीं बन सकती। इतनी बड़ी सुंरग खोदने में जरूर पाकिस्तान एस्टाब्लिशमेंट का हाथ है। बता दें कि जम्मू कश्मीर में आतंकियों को भेजने के लिए सुरंग खोदने का काम, पाकिस्तान की पुरानी रणनीति है।
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब बीएसएफ ने बॉर्डर पर ऐसी सुरंगों का पता लगाया है। इससे पहले भी सुरंगे मिल चुकी है। गत 14 फरवरी वर्ष 2017 में भी बीएसएफ ने छन्नी फतवाल इलाके में पाकिस्तानी इलाके से बनाई गई 20 मीटर लंबी सुरंग को खोजा था। यह सुरंग पाकिस्तान के बांध की ओट में बनाई जा रही थी। उससे पिछले वर्ष 2016 में भी पाकिस्तान ने छन्नी फतवाल में ही 80 मीटर सुरंग बनाई थी। भारतीय जवानों ने न सिर्फ सुरंग को ढूंढ निकाला बल्कि इसके जरिये भारी मात्रा में गोलाबारूद लेकर अंदर घुस आए दो आतंकियों को भी ढेर कर दिया था। उससे पहले एक मार्च 2016 में भी पाकिस्तान ने आतंकवादियों की सुरंग के जरिए घुसपैठ करने का प्रयास किया था। यह सुरंग आरएसपुरा के अलाह माई दे कोठे में बनाई जा रही थी।