पटना। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी एकता की मुहिम कारगर साबित होगी। बिहार में एक पार्टी को छोड़कर सभी पार्टियां गोलबंद हो गई हैं। बिहार का जो महागठबंधन का फ ार्मूला है उसी तरह नीतीश कुमार और लालू प्रसाद प्रयास में लगे हैं कि कैसे विपक्षी दलों को लामबंद किया जाए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि हमारी जिम्मेदारी सबको एकजुट करना है। नीतीश कुमार की कोई लालसा नहीं है कि प्रधानमंत्री के उम्मीदवार बने। उनका काम सांप्रदायिक ताकत को कैसे हराया जाए इस दिशा में प्रयास करना है। ममता बनर्जी, लेफ्ट, अरविंद केजरीवाल तथा कांग्रेस को एक साथ एक मंच पर कैसे लाया जाए इसके जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बड़ा सवाल है। अगर हम एक होते है तो हमारा देश, देश का संविधान तथा लोकतंत्र बचेगा।
सबको यही सोचना है कि देश में लोकतंत्र, भाईचारे और संविधान को बचाना है तो हम सबलोगों को अपने ईगो को छोड़कर एक साथ कदम से कदम मिलाकर चलना पड़ेगा। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की भूमिका पर तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने 2014 में ही कह दिया था देश एक रहेगा या नहीं ये जनता को तय करना होगा। आज देखिए देश का क्या हाल है उनकी बात सही साबित हो रही है। देश के हालात बिगड़ रहे हैं। आरएसएस का एजेंडा लागू किया जा रहा है इसलिए लामबंद करने की कोशिश है। वहीं राष्टï्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर तेजस्वी यादव ने कहा कि राष्टï्रीय अध्यक्ष कौन होगा यह खुला अधिवेशन में ही तय होगा।
दिल्ली में खुला अधिवेशन होने वाला है। हम इसके लिए पार्टी के लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। वहीं राजद के पूर्व एमएलसी व कवाब मंत्री अनवर अहमद के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि वे तो आठ साल पहले ही पार्टी से बर्खास्त हो गए। वे पार्टी में है ही नहीं। भाजपा क्या बोलती है इसको हम नोटिस नहीं करते। भाजपा मेरा मॉल बता रही थी लेकिन वह खटटर जी का ही निकला।